नईदुनिया, धार : कुक्षी-बड़वानी टोल मार्ग के ग्राम पिपलिया में बिना डिग्री संचालित कादरी शिफा खाना में एक्सपायरी डेट की आयुर्वेदिक और अन्य दवाइयाें का जखीरा मिला है। शासन के चार विभागों ने आठ घंटे की संयुक्त कार्रवाई के बाद उक्त शिफा खाना सील किया। आगे की कानूनी कार्रवाई को लेकर स्वास्थ्य विभाग के अमले ने निसरपुर पुलिस चौकी में आवेदन दिया है।
ग्राम पिपलिया में कुक्षी-बड़वानी टोल मार्ग पर संचालित कादरी शिफा खाना पर स्वास्थ्य विभाग, आयुर्वेदिक विभाग, राजस्व विभाग और पुलिस की टीम ने शनिवार दोपहर करीब दो बजे पहुंचकर जांच शुरू की।
उक्त शिफा खाना में झाबुआ, आलीराजपुर, बड़वानी और धार जिले के आदिवासी अंचल से बड़ी संख्या में मरीज इलाज कराने आते थे। यहां हर बीमारी के इलाज के साथ तंत्र-मंत्र और झाड़-फूंक भी की जाती थी।
जैसे ही दल में शामिल अधिकारी शिफा खाना में दाखिल हुआ, बड़ी संख्या में दवाइयाें के साथ खाली केपसूल और गोलियां देखकर दंग रह गए। जांच के दौरान साल 2016 और गत तीन से चार साल की एक्सपायरी डेट की आयुर्वेदिक दवाइयां और पाउडर मिले। इनकी सूची बनाई गई। इस कार्य में टीम को रात्रि नौ बज गए।
दवाइयों की संख्या इतनी थी कि एक चार पहिया वाहन भर जाए। शिफा खाना को चारों तरफ से सील किया गया। कार्रवाई में निसरपुर ब्लाक के बीएमओ डा. जितेंद्र दूधी और टीम, आयुर्वेदिक विभाग के मनावर तहसील के सिरसी में पदस्थ डा. बालकृष्ण मालवीया और टीम, राजस्व विभाग से आरआइ चिराग परमार, पटवारी प्रवीण पाटीदार, कुक्षी थाना प्रभारी राजेश यादव मौजूद थे।
ग्रामीणों ने बताया कि उक्त शिफा खाना काफी सालों से संचालित हो रहा है। इस बारे में अब तक कभी जांच भी नहीं की गई थी और न ही कभी स्वास्थ्य विभाग की टीम ने निरीक्षण किया। ग्रामीण क्षेत्रों में कई स्थानों पर इस तरह के आयुर्वेदिक और शिफा खाना बिना डिग्री संचालित किए जा रहे हैं, लेकिन कभी भी जिला स्तर से आयुष विभाग कार्रवाई नहीं करता है।
बीएमओ डा. दूधी ने बताया कि कादरी शिफा खाना का न तो लाइसेंस था और न ही संचालित करने वाले के पास किसी तरह की डिग्री मिली है। एक्सपायरी डेट की दवाइयां अधिक संख्या में होने से ला नहीं सकते थे। ऐसे में शिफा खाना को चहुंओर से सील किया है। आगे की कार्रवाई के लिए निसरपुर पुलिस चौकी में आवेदन दिया है। जिले से आयुर्वेदिक विभाग भी कार्रवाई करेगा।