MP Board Exam 2024: नईदुनिया न्यूज, डही, धार। इन दिनों कक्षा नौवीं से 12वीं तक के विद्यार्थियों की अर्धवार्षिक परीक्षाएं चल रही हैं। विधानसभा चुनाव की वजह से इस बार अर्धवार्षिक परीक्षाओं में विलंब हुआ है। वहीं लोकसभा चुनाव के चलते कक्षा दसवीं और बारहवीं की बोर्ड परीक्षाएं इस बार पांच फरवरी से ही शुरू हो जाएगी।
ऐसा पहली बार हो रहा है जब एमपी की वार्षिक बोर्ड परीक्षाएं इतनी जल्दी शुरू होंगी। वर्तमान में चल रही अर्धवार्षिक परीक्षाएं 15 दिसंबर को समाप्त होगी। वार्षिक परीक्षाएं पांच फरवरी से शुरू होगी। ऐसे में अर्धवार्षिक परीक्षा के बाद दोनों बोर्ड परीक्षाओं के विद्यार्थियों को वार्षिक परीक्षा की तैयारी के लिए अब महज 50 दिन ही मिलेंगे।
ऐसे में उन्हें अपनी पढ़ाई पर विशेष ध्यान देना होगा। नगर के सीएम राइज विद्यालय और कन्या उमावि में अर्धवार्षिक परीक्षाओं में 1500 से अधिक विद्यार्थी परीक्षा दे रहे हैं। वहीं नगर सहित अंचल के कुल पांच हायर सेकंडरी स्कूल सहित 12 हाईस्कूल विद्यालयों में यह परीक्षा संचालित हो रही है।
गौरतलब है कि माध्यमिक शिक्षा मंडल (माशिमं) की 10वीं बोर्ड से बेस्ट आफ फाइव योजना अगले सत्र से समाप्त हो जाएगी। शासन को मंडल ने इस संबंध में प्रस्ताव भेजा था। जहां से मंजूरी मिलने के बाद स्कूल शिक्षा विभाग ने इसके आदेश जारी कर दिए हैं। नौंवी कक्षा में इस योजना को इसी सत्र से समाप्त कर दिया गया है।
स्कूल शिक्षा विभाग ने आदेश जारी करते हुए कुछ नए बदलाव इस सत्र से और अगले सत्र से किए हैं। स्कूल शिक्षा विभाग ने निर्देश दिए हैं कि 10वीं में बेस्ट आफ फाइव योजना को सत्र 2024-25 से समाप्त किया जाता है। जबकि नौवीं में इस सत्र से।
बेस्ट आफ फाइव योजना को 10वीं के परिणाम में सुधार करने के लिए 2017-18 में लागू किया गया था। इस योजना के तहत अगर विद्यार्थी छह विषयों में से पांच विषय में पास हो जाता है और एक विषय में फेल होता है तो भी उसे पास घोषित किया जाता था।
इसमें सर्वाधिक अंकों वाले पांच विषयों के नंबर जोड़कर परिणाम घोषित किया जाता था, जबकि सबसे कम अंक आने वाले छठवें विषय को परिणाम में शामिल नहीं किया जाता था, लेकिन इसमें पाया गया कि 10वीं के विद्यार्थी मुख्य विषय अंग्रेजी, गणित व विज्ञान में पीछे हो रहे थे। इस वजह से इसे बंद किया जा रहा है।
सीबीएसई की तर्ज पर एमपी बोर्ड में इस सत्र से गणित विषय में दो स्तर के विकल्प विद्यार्थियों के लिए होंगे। विद्यार्थी सामान्य गणित एवं उच्च गणित ले सकेंगे। इसमें जिन विद्यार्थियों को 11वीं से कला, कामर्स या बायलाजी पढ़नी हैं, वे 10वीं में सामान्य गणित ले सकेंगे।