देवास (नईदुनिया प्रतिनधि)। श्रीक्षेत्र बांगर में पट्टाभिषेक समारोह के अंतर्गत दूसरे दिन सोमवार को धर्मगुरु वासुदेवानंद सरस्वती ने श्रीपाद कुलकर्णी को दीक्षा दी। धर्मगुरु ने अपने आशीर्वाद वचन में कहा कि जब-जब धर्म की हानि हुई, तब-तब देश में महापुरुषों का जन्म हुआ। धर्म की हानि होती नहीं है, की जाती है। हमें समझ कर इस हानि को ठीक करने का प्रयास करना चाहिए। ठीक इसी प्रकार राष्ट्र धर्म का अनुसरण करते हुए समाज के हित के लिए सेवा करने का काम असंख्य लोग कर रहे हैं। आज से इनमें श्रीपाद कुलकर्णी का नाम भी सम्मिलित हो गया है।
समारोह में उपस्थित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के निवर्तमान सरकार्यवाह भैयाजी जोशी ने कहा कि अपने लौकिक नाम का त्याग कर स्वयं को भूल कर धर्म तथा समाज का कार्य प्रारंभ करना सभी के सौभाग्य की बात नहीं होती है। विरले लोग ही यह सौभाग्य प्राप्त करते हैं। कार्यक्रम में अतिथि परिचय श्रीपाद कुलकर्णी ने दिया, भूमिका दत्तप्रसाद कुलकर्णी ने रखी। शाम को कबीर वाणी गायन कालूराम बामनिया ने प्रस्तुत की। काका महाराज की 44वां समाधि दिवस होने पर 11 ब्राह्मणों द्वारा अभिषेक किया गया।
ये हुए शामिल
अमित राव पवार ने बताया कि आचार्य स्वामी जितेंद्र नाथ महाराज श्रीनाथ पीठाधीश्वर देवनाथ मठ अंजनगांव सुर्जी, महंत विनीत गिरि श्री महाकाल मंदिर उज्जैन श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी, परमहंस परिव्राजकाचार्य पुरुषोत्तमाश्रम स्वामी इंदौर, डाक्टर बाबा साहब तराणेकर प्रमुख नाना महाराज तराणेकर संस्थान इंदौर श्री माणिक महाराज मोरे 10 के वंशज जगद्गुरु संत तुकाराम महाराज संस्थान देहू, धर्म जागरण समन्वय विभाग अखिल भारतीय प्रमुख शरद ढोले, प्रशांत हरतालकर व आचार्य प्रवीण नाथ जी शामिल हुए।
आज होगा पीठारोहण
मंगलवार को सुबह आठ बजे पूर्णाहुति, प्रगट पीठारोहण कार्यक्रम, अभीसिचनाभिषेक, संत वृंद एवं भक्त समुदाय द्वारा वस्त्र माला का प्रदान होगा। साथ ही आशीर्वाद वचन भी होगा।