कोरोना से मुक्त बनाने के लिए विशेष पहल
ब्लॉक के सभी 306 गांव होंगे कोरेंटाइन, जनता भी हो रही जागरुक
बागली। नईदुनिया न्यूज
प्रशासन ने बागली सब डीविजन को पूरी तरह से कोरोना मुक्त बनाए रखने के लिए विशेष रणनीति बनाई है। अब गांव में आने बाहर से आने पर प्रतिबंध लगा दिया है। बाहर से आए सभी लोगों की जांच कर उनको 14 दिन तक घर में रहने के निर्देश देकर उन पर निगरानी रखी जा रही है।निकट के शहर इंदौर में जिस तेजी से यह महामारी फैली है, उस कारण अब प्रशासन और भी सचेत हो गया। एसडीएम अजीत श्रीवास्तव एवं जनपद सीईओ अमित व्यास ने बताया कि ब्लॉक की सभी 123 ग्राम पंचायतों को नौ क्लस्टर में विभाजित किया है। एक क्लस्टर में 14 ग्राम पंचायत है और इसका प्रभारी डॉक्टरों को बनाया है। इसके साथ ही प्रत्येक ग्राम पंचायत में सचिव, इंजीनियर, स्वास्थ्य कार्यकर्ता, आशा कार्यकर्ता, पटवारी, कोटवार, आंगनवाड़ी की एक ग्राम स्तरीय समिति बनाकर हर गांव को कोरेंटाइन किया जाएगा। अब सभी 306 गांवों में न तो कोई बाहर आ सकेगा और ना ही जा सकेगा। जरुरत की सामग्री गांव तक प्रशासन पहुंचाएगा। आवशकता होने पर परिवहन द्वारा लोगों की जरुरत को पूरा किया जाएगा। लॉकडाउन का सख्ती से पालन हो इसके लिए आम लोगों को शिक्षित किया जाएगा। गांव की समिति घर में रहने के फायदे और महामारी से बचाव के उपाय भी बताएगी। जनपद के प्रशिक्षण हाल में गांवों को कोरेंटाइन करने के किए बने क्लस्टर प्रभारी की कार्यशाला में प्रशासनिक अमले के साथ भारतीय सेना में रहे डॉ राहुल जोसेफ ने भी आमजनता को जागरूक करने के लिए कहा। सरकारी अस्पताल के चिकित्सकों की मंगलवार को एक कार्यशाला और समीक्षा बैठक होने जा रही है। इसमें लॉकडाउन और इलाज में आ रही परेशानी व जरुरतों पर विचार किया जाएगा।
स्वेच्छा से घरों में रहने लगे लोग
निकट के शहर इंदौर में कोरोना महामारी के बढ़ते प्रकोप के कारण अब यहां भी लोगों में दहशत का वातावरण बन गया है। इंदौर से बागली और आसपास के गांवों का संपर्क बना होने से अब लोग भयभीत होकर घरों में ही रहने लगे हैं। इस कारण दिनभर सन्नाटा ही रहता है। लोग समझ चुके हैं कि शारीरिक दूरी ही इस महामारी से बचने का उपाय है। सोमवार को भी लोगों ने स्वेच्छा से नियम का पालन किया, जिससे पुलिस को भी परेशान नहीं होना पड़ा।
30 बीजीएल 01ः बागली में दिनभर सन्नाटा नजर आया।-नईदुनिया
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नियम का पालन करते दिखी जनता
दोपहर 12 बजे बाद बाजार में हो छाया रहा सन्नाटा
सोनकच्छ। कर्फ्यू में रविवार को मिली ढील के बाद लोगों में खरीदी के लिए होड़ मच गई थी। इसके चलते प्रशासन ने रात में ही फैसला लिया कि सुबह आठ से 12 बजे तक जरूरी सामान की दुकानें खुली रहेगी। सोमवार को दुकानों पर भीड़ नजर नहीं आई। लोगों ने एक-एक कर सामान की खरीदी की। दोपहर 12 बजे अनाउंसमेंट कर लोगों को अपने घर में रहने के लिए कहा गया। दोपहर 12.30 बजे तक पूरा बाजार बंद हो गया। सभी मेडिकल व किराना दुकान भी बंद हो गई। एसडीओपी कुलवंतसिंह ने बाहर घूम रहे लोगों से अपने घरों में जाने के लिए निवेदन किया। दोपहर 12 बजे बाद सड़कों पर सन्नाटा था। नगर परिषद के कर्मचारियों ने पूरे नगर की दुकानों पर शारीरिक दूरी के लिए गोले बनाए। इधर जयहिंद सेवा समिति, शास्त्री स्मृति संस्थान, नगर के युवाओं ने गरीब परिवारों के लिए भोजन आदि की व्यवस्था की।
30 एसओएन 01ः सोनकच्छ में दुकान के बाहर गोला बनाते हुए नगर पंचायत के कर्मचारी।-नईदुनिया
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दुकानों पर नहीं लगी भीड़
नेमावर। नगर परिषद ने सभी दुकानों के सामने ग्राहकों के बीच शारीरिक दूरी बनाए रखने के लिए गोले बनाए। पूर्व में जो घेरे बनाए गए थे, वे गत दिवस हुई बारिश से धूल गए। रविवार को जिस तरह से ग्राहक सामान खरीदने के लिए टूट पड़े थे, उसे देखते हुए सोमवार को आदेश में परिवर्तन करते हुए सुबह आठ से दोपहर 12 बजे तक दुकानें खुली रखी जाने से काफी राहत रही। दुकानों पर भी भीड़ नहीं हुई। सामान्य ग्राहकी होती रही। रविवार को आमजन में भ्रम की स्थिति निर्मित हो गई थी कि दुकानें अधिक समय तक बंद हो सकती है। सोमवार को दुकानें खुल जाने से यह भ्रम टूट गया।
30 एनईएम 01ः नेमावर के बस स्टैंड पर स्थित दुकान के सामने शारीरिक दूरी बनाए रखने के लिए गोला बनाते हुए परिषद कर्मचारी।-नईदुनिया
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