नईदुनिया प्रतिनिधि, देवास : देवास में श्मशान घाट और कब्रस्तान विवाद अभी कम हुआ ही था कि अब ईसाई समाज के प्रतिनिधियों ने अपने कब्रस्तान को वक्फ संपत्ति के रूप में कागजों पर दिखाने की शिकायत की है। शिकायत सामने आने के अगले ही दिन वक्फ कब्रस्तान से जुड़े लोग चर्च के प्रतिनिधियों के पास पहुंचे और उनसे चर्चा कर बताया कि उनका सर्वे नंबर अलग है, जबकि वक्फ का सर्वे नंबर अलग है।
शहर के स्टेशन रोड स्थित कब्रस्तान, मरघट का मामला पूर्व से कोर्ट में होने की बात भी सामने आई है। ईसाई समाज के विजय गुप्ता ने बताया कि स्टेशन रोड देवास जूनियर में मुस्लिम समाज का कब्रस्तान वक्फ बोर्ड में दर्ज है। कब्रस्तान के पास में सर्वे नं. 83 ईसाई समाज का कब्रस्तान होकर राजस्व रिकार्ड में ईसाई कब्रस्तान के रूप में दर्ज है।
शिकायत में कहा गया कि कब्रस्तान कमेटी और वक्फ बोर्ड ने ईसाई समाज के कब्रस्तान को वक्फ बोर्ड में दर्ज करवा लिया है। क्रिश्चियन कब्रस्तान को वक्फ बोर्ड से हटवाने के लिए द ग्रेस चर्च द्वारा वक्फ बोर्ड के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को शिकायत की गई।
ईसाई समाज की शिकायत सामने आने के अगले दिन सोमवार को वक्फ कब्रस्तान कमेटी के प्रतिनिधियों ने स्टेशन रोड कब्रस्तान व क्रिश्चियन कब्रस्तान अलग-अलग सर्वे पर दर्ज होने की बात बताई। उन्होंने भ्रामक प्रचार पर रोक की मांग की।
वक्फ कब्रस्तान कमेटी के सचिव शाकीर मंसूरी ने बताया कि स्टेशन रोड स्थित सार्वजनिक मुस्लिम समाज कब्रस्तान व क्रिश्चियन कब्रस्तान अलग-अलग सर्वे पर दर्ज है। भौगोलिक स्थिति भी अलग-अलग है। भूमि सर्वे नंबर 83, 84, 85 पर वक्फ कब्रस्तान दर्ज है। पड़ोस में ही द ग्रेस चर्च क्रिश्चियन कब्रस्तान स्थित है जो सर्वे नंबर 82 पर दर्ज है।
वर्ष 1941-42 से भी पूर्व सर्वे नंबर 82 द ग्रेस चर्ज कब्रस्तान में दर्ज है, जिसका सीट क्रमांक 21, भूखंड क्रमांक 5, ब्लाक क्रमांक 1 है, जो 2019 तक दर्ज था। 2020 से 23 के बीच में 82 की बजाय सर्व क्रमांक 83 की कुछ भूमि द ग्रेस चर्च कब्रस्तान की बताई जा रही है। उन्होंने कहा कि आज भी द ग्रेस चर्च कब्रस्तान वक्फ में दर्ज नहीं है।