नईदुनिया, दमोह (Damoh Crime)। शहर में एक बार फिर चाकू बाजी की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही है, इस बार जहां कचरा फेकने के विवाद पर एक महिला को चाकू मार कर गंभीर रूप से घायल कर दिया। वहीं एक युवक को भी सोमवार की रात्रि सिर्फ निकलने पर ही चाकू मार कर गंभीर रूप से घायल करने पर दोनों लोगों को दमोह के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां पर उनका इलाज चल रहा है।
वर्तमान में शहर की हालत यह है कि नए युवक धारीदार चाकू लेकर चलने लगे है जो अब फैशन बन गया है। यह छोटे-छोटे विवादों में चाकू निकाल कर हमला करने से भी नहीं चूक रहे हैं।
पिछले एक वर्ष में चाकू बाजी से हत्या होने के साथ 10 दोनों लोगों को घायल होने पर इलाज के लिए दमोह एवं जबलपुर तक जाना पड़ा है, इसके बाद भी पुलिस का किसी भी प्रकार का कोई भय नहीं है।
कोतवाली थाना अंतर्गत सिविल वार्ड दो फिल्टर कालोनी में कचरा फेंकने को लेकर महिलाओं में विवाद हो गया जिससे मां को चाकू मार कर गंभीर रूप से घायल कर दिया। भावना सेन उम्र 36 वर्ष पर पड़ोसी महिला मालती सेन ने कचरा फेंकने को लेकर विवाद खड़ा कर लिया।
भावना सेन के रोकने पर पड़ोसी महिला मालती सेन ने उस पर चाकू से हमला कर दिया। इसी बीच अपनी मां को बचाने आई बेटी नैंसी पुत्री विनोद सेन उम्र 18 वर्ष पर भी उस महिला ने चाकू से हमला कर दिया जो बाल-बाल बच गई। जिस पर मां को इलाज हेतु दमोह के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
फुटेरा वार्ड एक निवासी लखन पुत्र हीरालाल यादव 40 वर्ष रात्रि में अपने घर जा रहा था कि नारायण यादव के लड़के ने उसे रोककर पूछा कि कहां के हो और यहां से क्यों निकल रहे हो तो उसने कहा कि हम इसी मोहल्ले के रहने वाले हैं और तुम्हारे पिताजी को जानते हैं लेकिन उस लड़के द्वारा आव देखा ना ताव और लखन यादव पर चाकुओं से हमला कर दिया। गंभीर रूप से घायल होने पर दमोह के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
वर्तमान समय में शहर के लोगों में चाकू बाजी की घटनाओं से चिंतित व परेशान तो है ही साथ ही लोग अब अपने घरों से बाहर निकलने में भी अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रहे है। लोगों का कहना है कि शहर में सुरक्षा का स्तर बढ़ाया जाना चाहिए और चाकू बाजी की घटनाओं को अंजाम देने वालों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाना चाहिए।
चाकूबाजी की बढ़ती घटनाओं का एक कारण चाकुओं की आसानी से उपलब्धता भी है, शहर में ऐसी कई दुकान है जहां पर खुलेआम चाइनीस चाकू व कट्टर आदि आसानी से मिल जाते है और यह युवक इन्हें बिना किसी रोक-टोक के खरीद रहे है। पुलिस द्वारा इन दुकानदारों के विरुद्ध भी कभी भी किसी भी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की जाती है।