नईदुनिया, तेंदूखेड़ा दमोह (Accident In Damoh)। दमोह के तेंदुखेड़ा के देवरीखेड़ा गांव की महिला पति के साथ बाइक से ननद के घर जा रही थी, तभी नौरादेही अभ्यारण्य के गुजीरा नाले के समीप झलोन-सागर मार्ग के बीच साड़ी का पल्लू बाइक के पहिए में फंस गया।, जिससे तीन माह की बेटी के साथ वह नीचे सड़क पर गिर गई। महिला की अस्पताल में मौत हो गई और बेटी इलाजरत, दूसरी बेटी को हल्की चोट आई है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच में लिया है।
स्वजन ने बताया कि बाइक झापन और मुहली के पास पहुंची उसी दौरान बाइक पर बैठी महिला की साड़ी पहिए में फंस गई और महिला मुख्य मार्ग पर गिर गई जिसको गंभीर चोटे आई। सूनसान क्षेत्र होने के कारण काफी समय बाद पहुंचे लोगों ने घटना की सूचना पुलिस को दी। पुलिस घटना स्थल पर पहुंची और फिर महिला को लेकर रहली शासकीय स्वस्थ केंद्र पहुंची जहां उसे मृतक घोषित किया।
घटना में महिला के साथ उसके दो बच्चे थे जिसमें छोटी बच्ची तीन माह की है उसको चोट आई थी जिसका उपचार किया गया अब वह खतरे से बाहर बताई जा रही है। घटना स्थल चौकी ब्लेह अंतर्गत आता है चौकी प्रभारी सुनील मिश्रा ने बताया कि पुलिस मौके पर पहुंची थी चारों को उठाकर रहली प्रथमिक स्वस्थ केंद्र पहुंचाया गया था।
तेंदूखेड़ा थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम देवरी निजाम में डेढ़ वर्ष की बच्ची को खेलते समय एक ट्रैक्टर ने कुचल दिया जिसे गंभीर हालत में तेंदूखेड़ा स्वास्थ्य केंद्र लाया गया। जहां से जबलपुर रेफर किया गया लेकिन स्वजनों को 108 वाहन नहीं मिला और मासूम ने दम तोड़ दिया।
स्वजनों का आरोप है कि घंटों इंतजार के बाद भी एंबुलेंस नहीं मिली जिससे बेटी की मौत हो गई। बता दें 108 एंबुलेंस एमरजेंसी सुविधा के लिए शासन द्वारा चलाई गई योजना है लेकिन इस योजना का जमीनी स्तर पर जरूरत मंदो को बहुत कम लाभ मिल पा रहा है। जिसका एक नजारा तेंदूखेड़ा स्वास्थ्य केंद्र में देखने मिल गया।
घटना देवरी निज़ाम गांव की है जिसको लेकर विपिन आदिवासी ने बताया उनकी डेढ़ वर्ष की बच्ची पूर्वी आदिवासी खेल रही थी, तभी एक तेज रफ्तार ट्रैक्टर ने टक्कर मार दी। चालक ने जब तक ब्रेक लगाने का प्रयास किया ट्रेक्टर बच्ची के ऊपर से निकल गया, बाद में परिवार के लोग बच्ची को गंभीर हालत में तेंदूखेड़ा लेकर आए।
मासूम बच्ची की मौत के बाद उसकी मां का बुरा हाल देखने मिला, पलंग पर लेटी बेटी से उसकी मां लिपटकर घंटे भर रोती रही। बार-बार उठ जा पूर्बी उठो पूर्बी यह चीखती रही, मां का दर्द देख मौजूद लोगो की आंखो में भी आंसू आ गये। बाद में मां को समझाया और उसको घर भेजा सोमवार की सुबह मासूम का पीएम हुआ और ग्रह ग्राम में उसका अंतिम संस्कार किया गया।