नईदुनिया, तेंदूखेड़ा, दमोह (Damoh News)। क्षेत्र के जंगल में आए दिन तेंदुआ लोगों के सामने आ जाता है इस बार तेंदूखेड़ा वन परिक्षेत्र की सैलवाड़ा सर्किल से मामला सामने आया है। यहां एक तेंदुआ किसान के सामने एक पिल्ले को मुंह में दबाकर ले गया जिस किसान के सामने यह घटना घटी उसने यह जानकारी तुरंत वन विभाग को दी। वन परिक्षेत्र में अधिक संख्या में मांसाहारी और जंगली जानवर हैं, जो आए दिन लोगों को देखने मिल जाते हैं।
मंगलवार की शाम तेंदुआ तेंदूखेड़ा सैलवाडा से दो किलोमीटर दूर एक खेत में पहुंचा, उस समय खेत में किसान का लड़का और दो छोटे छोटे कुतिया के पिल्ले थे। तेंदुआ पहुंचा और उसने चुपके से एक पिल्ला मुंह में दबाकर भाग लिया।
घटना के दौरान किसान का बेटा बीच में आ गया उसको भी भागते हुये तेंदुए का धक्का लगा और वह गिर गया, बाद में उसने घटना की सूचना अपने परिचित लोगों को दी।
सैलवाड़ा सर्किल में पिछले एक महीने से तेंदुआ घूम रहा है जो कई बार ग्रामीणों के सामने भी आ गया है। ग्रामीणों की सूचना पर जब भी वन अमला मौके पर पहुंचा तो सर्किल आफिसर थे उनका कहना रहता था कि वह तेंदुआ नहीं लकड़बग्घा है।
इस बार ग्राम के लोगों ने पूरे सबूत दिए है क्योंकि जिस खेत से तेंदुआ गुजरा था वहा खेती के लिए पानी चलाया गया था खेत गीला था, इसलिए उसके पदमार्ग बन गये थे। तेंदुए के पदमार्क मिले जिन्हें रेंजर को दिखाया तो उन्होंने भी माना कि यह लकड़बग्घा नहीं तेंदुआ है। ग्रामीण इसी बात को पिछले एक महीने से कह रहे थे लेकिन वन विभाग इस बात को झुठला रहा था। गनीमत यह रही कि तेंदुए ने अभी तक किसी इंसान पर हमला नहीं किया नहीं तो जान भी जा सकती थी।