नईदुनिया, दमोह (Damoh News)। मध्य प्रदेश के दमोह जिले में ठगी के अनेक मामले प्रकाश में आ रहे है इसी क्रम में एक मामला ठगी सामने आया है जिसमें शहर के बस स्टैंड के समीप एक होटल में फर्जी बैंक खोलकर राशि दोगुनी करने का आफर देकर एक करोड रुपये से अधिक की राशि वसूल कर फरार हो गए। इस बात की जानकारी लगते ही राशि जमा करने वालों ने पुलिस अधीक्षक को शिकायत की जिस पर उन्होंने जांच के आदेश दिए हैं।
पुलिस अधीक्षक को इस मामले को लेकर 40 से ज्यादा लोगों ने शिकायत दर्ज कराई है जिसमे सवा करोड़ रुपये की राशि ठगी का मामला सामने आया है। इस मामले में एसपी ने जांच के आदेश दिए है जिसमें पांच लोगों को नोटिस जारी करके तलब किया है।
शिकायत में पीड़ित सागर नाका निवासी नेहा चौबे ने बताया कि अरुण टंडन की तुलसी होटल में एक आई परपज नाम का बैंक खुला था। बैंक गनेश शिवहरे, बृजेश परिहार, प्रवीण गौर संचालित करते थे। इसके लिए अरूण टंडन पैसा इनवेस्ट करने के लिए लोगो प्रेरित करते थे।
पहले उन्होंने 24 हजार रुपए लगवाए थे, बाद में 10 लाख रुपये इनवेस्ट करा लिए। उसके बाद कंपनी बंद हो गई और होटल में अब शाखा नहीं है। इसी तरह समन्ना निवासी उमा शंकर चौबे ने बताया कि 2021-22 में राशि दोगुने करने के नाम पर बैंक खोला गया और उसमें 24-24 हजार रुपये लेकर सदस्यता दिलाई गई।
एक बैंक बंद करके उसकी जगह एसवर्ड बैंक खोल दिया गया, इसमें 32-32 हजार रुपये लेकर सदस्यता दिलाई गई। एसवर्ड में ब्रजेश परिहार सीहोर और प्रवीण गौर भोपाल, गनेश शिवहरे और फरहा नाज ने मिलकर उनसे आठ लाख रुपये जमा कराए, बाद में सभी फरार हो गए।
इसी तरह एक अन्य शिकायतकर्ता अंकिता ठाकुर के 32 हजार रुपये, दिलीप गुजराती के 10 लाख रुपये, सुरेश दुबे के 21 हजार 800 रुपये, राम बिहारी ठाकुर के 40 हजार रुपये और जितेंद्र ठाकुर के 72 हजार रुपये फर्जी बैंक में जमा कराए गए, लेकिन इन सबको राशि अभी तक नहीं मिली है।
पुलिस अधीक्षक का नोटिस मिलने पर गनेश शिवहरे, बृजेश परिहार और अरुण टंडन पेश हुए। उन्होंने अपनी बयानों में बताया कि उनके साथ भी ठगी हुई है, उनसे भी बैंक में राशि दोगुनी मिलने के नाम पर ठगी हुई है। सारा पैसा प्रवीण गौर ने ठगा है, फिलहाल पुलिस ने सभी के बयान दर्ज किए हैं।