ग्वालियर(डबरा)। नईदुनिया प्रतिनिधि
मंत्री इमरती देवी के समर्थन में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया और गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने रोड शो किया। इस दौरान आम सभा में सिंधिया गलती से अपने भाषण में कांग्रेस का बटन दवाने की बात कह गए। लेकिन बाद में उन्होंने कमल का बटन दवाने की अपील मतदाताओं और जनता से की। शनिवार को शहर के पुरानी मंडी परिसर में चुनावी सभा आयोजित हो रही थी। जहां मुख्यमंत्री मंचासीन थे। तभी सिंधिया ने अपने भाषण में कह दिया कि मेरी डबरा की शानदार जनता दोनों हाथों की मुट्ठी बांधकर विश्वास दिलाओ कि 3 तारीख को हाथ के पंजे वाला बटन दबेगा और कांग्रेस ..इसके बाद वह भाषण में लड़खड़ा गए और बाद में कहा कि कमल के फूल वाला बटन दबेगा और हाथ के पंजे वाले बटन को बोरी बिस्तर बांधकर रवाना करेंगे। इसके बाद वहीं पास में खड़ी इमरती देवी अचानक हंस पड़ी। उनकी बात का वीडियो वायरल हो गया। कांग्रेस प्रवक्ता केके मिश्रा ने ट्वीट कर कहा कि -दिल की बात जुबां पर आ ही जाती है, अभी डबरा में उनकी इमरती के समर्थन में हुई सभा में श्रीअंत बोल गए कि 3 तारीख को हाथ के पंजे का बटन दबाना है, उन्हें भी अहसास कि पंजा और कमल नाथ वापस आ रहे हैं, आप और मामू....?
डबरा में बोले शिवराज, नारी का अपमान भारत की संस्कृति नहीं
मुख्यमंत्री ने कहा कि कमलनाथ जी कहते हैं कि मैं इमरती देवी को आइटम कहता हूं तो जनता ताली बजाती है और चुनाव आयोग कार्रवाई करता है। कमलनाथ जी के विचारों पर धिक्कार है। एक मां, एक बहन, एक बेटी का अपमान करते हुए तुम्हें शर्म नहीं आती कमलनाथ, तुम्हें लज्जाा नहीं आती? नारी का अपमान भारत की संस्कृति नहीं है, यह भारत की परंपरा नहीं है, यह भारत के जीवन मूल्य नहीं है। उन्होंने कहा कि डबरा के भाइयों बहनों कमलनाथ जी ने आपकी गैरत को ललकारा है। मुझे बताओ कि आप अपनी बहन के अपमान का बदला लेंगे कि नहीं लेंगे? याद करो जब माता सीता का अपहरण हुआ था तब मंदोदरी, विभीषण, मंत्री सुमंत सभी ने रावण को समझाया था कि मान जाओ और सीता जी वापस कर भगवान राम की शरण में चले जाओ। रावण का अहंकार नहीं माना और अंत में रावण का वंश सहित विनाश हो गया। जिसने नारी का अपमान किया उसके कुल में पानीदेवा-नामलेवा कोई नहीं बचा।