नईदुनिया प्रतिनिधि, छतरपुर/टीकमगढ़ : चंबल अंचल के बाद अब बुंदेलखंड में खाद का संकट गहराता जा रहा है। छतरपुर में जहां गोदाम पर पर्चियां लूटने के लिए जमकर हंगामा हुआ, वहीं टीकमगढ़ में चक्काजाम कर रहे किसानों को थाने में कतार लगवाकर खाद के लिए पर्चिंयां बाटीं गईं।
छतरपुर कलेक्टर पार्थ जैसवाल ने बताया कि किसानों को खाद की कमी नहीं आए, इसे लेकर खुद वितरण की निगरानी कर रहे हैं। पड़ताल के लिए अधिकारियों की टीमें लगा दी गई हैं। खाद के रैक आने पर जल्द ही समस्या दूर हो जाएगी।
छतरपुर में सोमवार सुबह किसान एमपी एग्रो के गोदाम पर खाद लेने पहुंचे, वहां लाइन लगवाकर पर्चियां बांटना शुरू किया गया। भीड़ जब काफी बढ़ गई तो पर्चियों को फेंककर वितरण किया जाने लगा। पर्चियां लूटने के चक्कर में किसानों के बीच धक्का-मुक्की हो गई। कुछ किसानों को चोट तक आ गई। हंगामा बढ़ता देख कलेक्टर पार्थ जैसवाल और एसपी अगम जैन पहुंचे और टोकन के माध्यम से खाद बंटवाना शुरू कराया।
उधर बड़ामलहरा में किसानों ने नवीन गल्ला मंडी प्रांगण स्थित वितरण केन्द्र पर खाद नहीं मिलने पर तहसीलदार आफिस का घेराव कर दिया। अधिकारियों पर कालाबाजारी करने का आरोप लगाया। आक्रोशित किसान तहसीलदार कार्यालय के गेट पर अड़े तो विवश होकर तहसीलदार आलोक जैन ने बाहर आकर खाद की काम आवक की मजबूरी बताई।
टीकमगढ़ के बल्देवगढ़ में राजेंद्र विपणन सहकारी समिति और विपणन संघ द्वारा नकद बिक्री के लिए पर्चियां बनाईं जा रहीं थी। इसके बावजूद भारी भीड़ होने के कारण लोग पूरे दिन कतार में लगकर परेशान हो गए और चक्काजाम कर दिया। इसके बाद ही पुलिस ने मोर्चा संभाला और थाना परिसर में कतार लगवाई गई।