नईदुनिया प्रतिनिधि, छतरपुर। हिन्दुओं के बीच जाति भेदभाव, छुआछूत, अगड़े और पिछड़े का फर्क मिटाने के लिए बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पं.धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री गुरुवार से 9 दिवसीय पदयात्रा शुरू करने जा रहे हैं। पदयात्रा सुबह 8 बजे बागेश्वर धाम बालाजी मंदिर के दर्शन एवं राष्ट्रध्वज व भगवा ध्वज फहराकर प्रारंभ की जाएगी।
बागेश्वर धाम से प्रारंभ होने वाली यह पदयात्रा पहले दिन ग्राम गढ़ा तिराहा से होते हुए लगभग 20 किमी दूर ग्राम कदारी तक पहुंचेगी। पदयात्रा को देश के कई संतों की उपस्थिति में प्रारंभ किया जाएगा। चार दिनों तक यह यात्रा छतरपुर जिले में ही रहेगी। धीरेंद्र शास्त्री 160 किमी तक चलने वाली इस पदयात्रा में पैदल ही निकलेंगे।
20 हजार लोगों ने इस यात्रा में साथ चलने के लिए पंजीयन कराए हैं। यात्रा 21 नवंबर को बालाजी मंदिर बागेश्वर धाम से प्रारंभ होकर छतरपुर, नौगांव, निवाड़ी, मऊरानीपुर होते हुए 29 नवंबर को ओरछा के रामराजा मंदिर पहुंचेगी। यात्रा के शुभारंभ अवसर पर जगतगुरू तुलसी पीठाधीश्वर श्रीरामभद्राचार्य जी के द्वारा भगवा ध्वज दिखाया जाना है। किन्तु आकस्मिक रूप से उनका स्वास्थ्य खराब हो जाने के कारण उनकी उपस्थिति पर संशय है।
यात्रा में ऐसे 15 रथ तैयार किए गए हैं जिनमें गौरथ, महापुरूषों के रथ, बागेश्वर बालाजी का रथ, बागेश्वर धाम का संकल्प रथ शामिल है। 25 नवंबर को मऊरानीपुर में संजय दत्त, पहलवान खली, कामेडियन श्याम रंगीला और वीआईपी अपनी प्रस्तुति देंगे। 26 को गुजरात के लोकगायक कीर्तिदान गढ़वी और 27 को कन्हैया मित्तल यात्रा में शामिल होंगे।
यात्रा में संत गोपालमणि जी, कथाव्यास संजीवकृष्ण ठाकुर, इंद्रेश उपाध्याय, हनुमान गढ़ी अयोध्या के महंत राजू दास महाराज एवं सुदामा कुटी वृंदावन के महंत उपस्थित रहेंगे। यात्रा में मलूक पीठाधीश्वर राजेन्द्र दास, जगतगुरू राघवाचार्य, जाने-माने कथाव्यास अनिरूद्धाचार्य, कृष्णचन्द्र ठाकुर, मृदुलकांत, मनोज मोहन, तुलसीवन से कौशिक जी महाराज, ऋषिकेश से चिदानंद मुनि जी, गोरेलाल कुंज से किशोरदास जी महाराज, भिण्ड से दंदरौआ सरकार, महाराष्ट्र से गोविंददेव गिरि, वृंदावन से पुण्डरीक गोस्वामी जी, तुलसी पीठाधीश्वर के उत्तराधिकारी रामचन्द्रदास, सतुआ बाबा प्रयागराज, दीनबंधु दास, बल्लभाचार्य जैसे शीर्ष कोटि के संत उपस्थित रहेंगे।