Khandwa Lok Sabha Chunav 2024: नईदुनिया प्रतिनिधि, बुरहानपुर। लोकतंत्र में यदि गहरी आस्था हो और देश को तरक्की के रास्ते पर ले जाने की इच्छा हो तो सात समंदर पार से भी लोग मतदान करने वतन लौट आते हैं। कुछ ऐसा ही नजारा सोमवार को बुरहानपुर में देखा गया। यहां कनाडा, यूएइ, बेंगलुरु और मुंबई सहित अन्य शहरों में नौकरी और व्यवसाय करने वाले लोग मतदान के लिए सपरिवार पहुंचे।
कनाडा में रहने वाले उपेंद्र गुजराती ने अपनी पत्नी ज्योति गुजराती, बेटे लवेश और बहू काजल के पास मतदान केंद्र पहुंच कर मतदान किया। उन्होंने बताया कि वे कनाडा के ओकविल टोरंटो में अपने साफ्टवेयर इंजीनियर बेटे विप्लव के पास रहते हैं, जबकि दूसरा बेटा लवेश और बहू मुंबई में सिविल इंजीनियर हैं। वे मतदान के लिए पांच दिन पहले ही पत्नी के साथ बुरहानपुर पहुंच गए थे।
साथ ही मुंबई से अपने बेटे और बहू को भी बुला लिया था। आमतौर पर वे जुलाई-अगस्त माह में बुरहानपुर आते हैं, लेकिन इस बार चुनाव के चलते मई में ही आ गए। उपेंद्र गुजाराती ने कहा कि विदेश में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की छवि और दुनिया में भारत के बढ़ते सम्मान को देख कर सीना गर्व से चौड़ा हो जाता है। देश को विकास के रास्ते पर ले जाने के लिए उन्होंने मतदान किया है।
नेपानगर निवासी नवीन पाराशर और उनकी पत्नी भारती पाराशर यूएइ के अबू धाबी में रहते हैं। वे वहां एक स्टली कंपनी में अधिकारी हैं। सोमवार को उन्होंने भी बूथ क्रमांक 79 में पहुंच कर मतदान किया। नवीन ने बताया कि वे बीते आठ साल से लगातार लोकसभा और विधानसभा चुनाव में मतदान करने के लिए नेपानगर आ रहे हैं।
इससे पहले वे मुंबई की कंपनी में सेवाएं दे रहे थे। तब भी वे मतदान के लिए अपने घर आते थे। उन्होंने कहा कि देश की प्रगति, उन्नति और विकास के लिए हर मतदाता को मतदान करना चाहिए।
लोकसभा चुनाव के महापर्व में नगर के तारकस परिवार ने भी आहुति दी। दीपिका तारकस ने बताया कि उनका एक बेटा अर्पण बेंगलुरु में और दूसरा अपूर्व मुंबई में नौकरी करता है। मतदान का फर्ज निभाने के लिए दोनों अवकाश लेकर बुरहानपुर आए और सोमवार को परिवार के सदस्यों संग मतदान किया।
इसी तरह नेपानगर क्षेत्र के ग्राम बदनापुर के बूथ नंबर 95 में उमेश महेश ने शादी के दूसरे दिन ही अपनी पत्नी के साथ मतदान किया। उन्होंने बताया कि रविवार को मंदी में उनका विवाह हुआ था।