नईदुनिया प्रतिनिधि, बुरहानपुर। रायसेन के पारधी गिरोह ने बुरहानपुर के नेपानगर में दो नवंबर को डकैती की वारदात को अंजाम दिया था। पुलिस ने गिरोह के चार बदमाशों को गिरफ्तार किया है, लेकिन नौ आरोपित अभी भी फरार हैं। वारदात में दो करोड़ रुपये की लूट की उम्मीद थी, लेकिन केवल एक लाख रुपये और गहने मिल पाए थे। पुलिस उनकी तलाश में रायसेन जिले में दबिश दे रही है।
गिरफ्तार आरोपितों ने पूछताछ में बताया कि वे रौनक जैन के घर से करीब दो करोड़ रुपये कैश लूटने की उम्मीद में थे, लेकिन उन्हें केवल एक लाख रुपये मिले। इसके बाद आरोपितों ने जैन के घर से सोने का ब्रेसलेट, अंगूठी, मंगलसूत्र और कंगन लूट लिए। वारदात के दौरान दंपती के साथ मारपीट भी की गई थी।
वारदात के बाद आरोपितों ने भागने के लिए आसपास के घरों से छह बाइकें चुराई थीं। इनमें से दो बाइक पेट्रोल खत्म होने के कारण रास्ते में छोड़ दी गईं, जबकि चार बाइकें रेलवे स्टेशन के पास छोड़ दी थीं। रात को आरोपित बुरहानपुर रेलवे स्टेशन पहुंचे और सुबह दानापुर एक्सप्रेस से खंडवा के लिए रवाना हुए, वहां से रायसेन पहुंचे थे।
पुलिस ने नेपानगर और बुरहानपुर में लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज और आरोपितों की मोबाइल लोकेशन की मदद से गिरोह तक पहुंची। पुलिस ने 500 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरों का फुटेज खंगाला। दबिश देने पर आरोपितों ने पुलिस पर पथराव का प्रयास भी किया था।
गिरफ्तार आरोपितों में अजय उर्फ बोलकी मोंगिया, सुजीत पारधी, कांजरिया पारधी और कालू पारधी शामिल हैं। इन सभी को गुलगांव से लगे जंगलों में कड़ी मशक्कत के बाद पकड़ा गया। पुलिस ने बताया कि गिरोह का मास्टरमाइंड अनिल सपेरा और सोनी मोंगिया थे। उन्होंने नवरात्र मेले के दौरान रौनक जैन के घर की रेकी की थी।
डकैती कांड में शामिल नौ आरोपित अब भी फरार हैं। इनमें अनिल सपेरा, सचिन उर्फ बब्लू पारधी, गनी पारधी, धौतरिया पारधी, गंगाराम पारधी और अन्य शामिल हैं। पुलिस उनका पीछा कर रही है और जल्द ही उनकी गिरफ्तारी की उम्मीद है। आरोपितों को केवल पांच हजार रुपये खर्च के लिए दिए गए थे।