05बीयूआर-32 : प्रेसवार्ता में जानकारी देते हुए भाजपा नेता।-नईदुनिया
-नेपानगर विधायक प्रतिनिधि कि रन सोंडकर का नाम सामने आने पर गरमाई सियासत
-भाजपा नेताओं व पूर्व विधायक मंजू दादू ने की सुमित्रा कास्डेकर से इस्तीफे की मांग
बुरहानपुर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। नकली नोटों के कारोबार में नेपानगर विधायक प्रतिनिधि के शामिल होने का मामला सामने आने के बाद जिले की राजनीति गरमा गई है। इस मामले को लेकर भाजपा ने हमलावर तेवर अख्तियार कर लिए हैं। रविवार को नेपानगर से भाजपा की पूर्व विधायक मंजू दादू, पूर्व जिलाध्यक्ष विजय गुप्ता, पूर्व महापौर अनिल भोंसले सहित अन्य भाजपा नेताओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर नकली नोटों के कारोबार में नेपानगर से कांग्रेस विधायक सुमित्रा कास्डेकर की संलिप्तता की जांच कराने की मांग की। साथ ही नैतिकता के आधार पर विधायक से इस्तीफे की मांग भी की है।
ज्ञात हो कि गत दो जुलाई को उज्जैन एसटीएफ ने जिले के खकनार क्षेत्र निवासी सुनील पाटिल, बड़वानी जिले के सेंधवा के श्रीराम गुप्ता और ग्राम कोठा बुरहानपुर में रह रहे आंध्रप्रदेश निवासी के.आनंद को दो-दो हजार के करीब 10 लाख के नकली नोटों के साथ गिरफ्तार कि या था। पूछताछ में सुनील पाटिल ने बुरहानपुर के तुकईथड़ में ढाबा चलाने वाले मांजरोद कला निवासी कि रन सोंडकर को भी नकली नोटों की सप्लाई करने की जानकारी दी है। कि रन सोंडकर को नेपानगर विधायक सुमित्रा कास्डेकर द्वारा विधानसभा क्षेत्र में आबकारी विभाग के लिए अपना प्रतिनिधि नियुक्त कि या गया था।
पहले से रिकॉर्ड खराब होने पर भी बनाया प्रतिनिधि
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान भाजपा नेताओं ने उज्जैन एसटीएफ द्वारा कि ए गए खुलासे को आधार बनाकर बताया कि इससे पहले भी सुनील पाटिल और श्रीराम गुप्ता नकली नोट छापने और बाजार में चलाने के आरोप में विभिन्न राज्यों में गिरफ्तार हो चुके हैं। कि रन सोंडकर के साथ उनकी पुरानी घनिष्ठता रही है। आरोपित तीस से चालीस प्रतिशत में नकली नोट लोगों को मुहैया कराते थे। पहले रिकार्ड खराब होने के बावजूद कांग्रेस विधायक ने कि रन सोंडकर को अपना प्रतिनिधि नियुक्त कर दिया, जो संदेह पैदा करता है। पूर्व विधायक मंजू दादू ने कहा कि जनप्रतिनिधि होने के नाते प्रतिनिधि नियुक्त करने से पहले अच्छी तरह जांच-पड़ताल करनी चाहिए थी। उन्होंने प्रशासन ने मांग की है कि आरोपितों और उन्हें संरक्षण देने वालों की सूक्ष्मता से जांच की जानी चाहिए और संलिप्तता पाए जाने पर संरक्षकों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।
वर्शन :-
-विधायक द्वारा कु छ माह पहले ही कि रन सोंडकर को प्रतिनिधि के पद से हटा दिया गया था। हम आरोपितों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के पक्षधर हैं, लेकि न भाजपा को पहले अपने गिरेबां में झांकना चाहिए। यदि नैतिकता है तो पहले अपने मुख्यमंत्री व अन्य नेताओं के खिलाफ कार्रवाई के लिए आवाज उठाएं। इसके बाद कांग्रेस की तरफ उंगली उठाएं।-अजय सिंह रघुवंशी, जिलाध्यक्ष कांग्रेस