Burhanpur News: बदहाल शासकीय स्कूल, टाट-पट्टी तो दूर बच्चों को बैठने के लिए ढंग का फर्श तक नसीब नहीं
Burhanpur News: सरकार मिडिल स्कूल खड़कोद के हाल बेहाल है, यहां पढ़ने वाले बच्चों के लिए ठीक से टाट-पट्टी तक मौजूद नहीं है।
By Bharat Mandhanya
Edited By: Bharat Mandhanya
Publish Date: Fri, 15 Dec 2023 01:38:57 PM (IST)
Updated Date: Fri, 15 Dec 2023 01:51:51 PM (IST)
सरकारी स्कूल का फर्श टूटा है HighLights
- सरकारी मिडिल स्कूल खड़कोद का हाल
- एक क्लास में खिड़की दरवाजे भी नहीं
- बारिश के दौरान टपकती है छत
Burhanpur News नईदुनिया प्रतिनिधि, बुरहानपुर। जिले के सरकारी स्कूलों की बदहाल व्यवस्थाओं को ठीक करने में अफसरों से लेकर जनप्रतिनिधियों तक की रूचि नहीं है। इनमें पढ़ने वाले विद्यार्थियों के लिए परेशानी का कारण बनी हुई है। नईदुनिया टीम ने गुरुवार को जिला मुख्यालय से बमुश्किल 12 किमी दूर स्थित खड़कोद के मिडिल स्कूल का जायजा लिया तो पता चला यहां के विद्यार्थियों को बैठने के लिए टाट पट्टी तो दूर ढंग का फर्श तक नसीब नहीं है।
स्कूल के चार कक्षों में से एक में मध्याह्न भोजन बनता है। शेष तीन में से एक कक्ष का फर्श खुदा हुआ है। इसी पर छात्राएं बैठ कर अध्यापन कर रही हैं। दूसरे कक्ष में खिड़की दरवाजे नहीं हैं और सभी कमरों में बारिश के दौरान छत टपकती है। छठवीं से आठवीं कक्षा वाले इस स्कूल में 83 विद्यार्थी दर्ज हैं, जिन्हें पढ़ाने के लिए तीन शिक्षक पदस्थ हैं।
प्रधान पाठक संजय रोड़ेकर का कहना है कि वर्ष 2014 से शाला विकास योजना के तहत स्कूल का नया भवन बनाने के लिए जानकारी भेजी जा रही है, लेकिन अब तक नया भवन नहीं मिला है। सरकार से रखरखाव के लिए मिलने वाली राशि इतनी नहीं होती कि उससे भवन की मरम्मत कराई जा सके।
कई जगह गायब मिले थे शिक्षक
नईदुनिया सरकारी स्कूलों की खराब स्थिति को लेकर बीते कई दिन से लगातार खबरें प्रकाशित कर रहा है। कई स्कूलों में शिक्षक लंबे समय से गायब मिले थे तो कई जगह विद्यार्थियों की उपस्थिति नाममात्र की मिली थी। स्कूलों में बनाए गए शौचालयों में गंदगी और तालाबंदी की तस्वीरें भी सामने आ चुकी हैं। बावजूद इसके अब तक शिक्षा विभाग अथवा जिला प्रशासन ने निगरानी और व्यवस्था में सुधार की ठोस व्यवस्था नहीं बनाई है।