Burhanpur News : रस्सी के सहारे उतावली नदी को किया पार, मंदिर में पूजा कर छोड़े नाग-नागिन के जोड़े
ऋषि पंचमी पर जिले के उखड़गांव में वार्षिक मेले का आयोजन किया जाता है।
By Hemant Upadhyay
Edited By: Hemant Upadhyay
Publish Date: Tue, 03 Sep 2019 11:15:10 PM (IST)
Updated Date: Tue, 03 Sep 2019 11:21:15 PM (IST)
बुरहानपुर। उतावली नदी के पार ग्राम उखड़गांव में मंगलवार को ऋषि पंचमी पर प्राचीन अडवाल नाग मंदिर में वार्षिक मेले का आयोजन हुआ। अडवाल मेले में नाग देवता की पूजा की गई और मन्नत मांगी गई। मन्नत पूरी होने पर श्रद्धालुओं ने नाग-नागिन के जोड़े छोड़े।
मंदिर जाने के लिए हजरतशाह मार्ग पर उतावली नदी को पार कर जाना पड़ता है। इस बार क्षेत्र में अच्छी बारिश होने से उतावली नदी में पानी ज्यादा था। श्रद्धालुओं के लिए नदी के दोनों किनारों से रस्सी बांधी गई। रस्सी पकड़कर महिला, पुरूषों और बच्चों ने नदी को पार किया।
पुलिस व गोताखोरों की मौजूदगी में श्रद्धालुओं काे घुटने तक पानी में से पार कराया गया। दशकों से यहां मेला आयोजन की परंपरा चली आ रही है। कई श्रद्धालुओं की मन्नतें पूरी होने पर जीवित नाग नागिन के जोड़े छोड़ते हैं। जो ऐसा करने में समर्थ नहीं होते, वह चांदी और अन्य धातु के नाग-नागिन के स्वरूप जोड़े मंदिर पर दान देते हैं। यहां श्रद्धालु प्रसादी के रुप में मैदे से निर्मित पूरी, नारियल व दूध चढ़ाते हैं।
मंदिर के पुजारी को नाग मंत्री कहा जाता है। यहां भावसार समाज के नागमंत्री शिवनारायण भावसार पूजन करते हैं। नागमंत्रियों द्वारा विशेष कठोर नियमों का पालन किया जाता है। पंचमी पर करीब दो हजार श्रद्धालुओं ने
यहां पर दर्शन किए।