Burhanpur Crime News: बुरहानपुर/नेपानगर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। नेपानगर क्षेत्र के पानखेड़ा और घाघरला के जंगल को वन विभाग अतिक्रमणकारियों से मुक्त बता रहा है, लेकिन अब भी यहां बड़ी संख्या में रोजाना पेड़ों की कटाई जारी है। रविवार सुबह पचास से ज्यादा अतिक्रमणकारी बाइकों से घाघरला के जंगल में घुसे।
ग्रामीणों के मुताबिक उनके हाथों में दो बंदूकें और कुल्हाड़ियां थीं। ग्रामीणों की सूचना पर वन विभाग के अफसर और कर्मचारियों का दल भी जंगल में पहुंचा, लेकिन अतिक्रमणकारियों ने कटे पड़ों को जलाकर रास्ता बंद कर दिया।
ग्रामीणों ने बताया कि घाघरला गांव से लगे जंगल में बड़ी संख्या में अतिक्रमणकारी मौजूद हैं। वे लगातार जंगल की कटाई कर रहे हैं, लेकिन वन विभाग के अफसर मूकदर्शक बने हुए हैं। अतिक्रमणकारियों के जंगल में घुसने की सूचना ग्रामीणों ने सुबह दस बजे ही दे दी थी। एसडीओ व अन्य वनकर्मी दोपहर करीब 12 बजे जंगल में पहुंच पाए।
खाली पड़ी अस्थाई वन चौकी
ज्ञात हो कि वन विभाग के अफसर काफी समय से कहते आ रहे हैं कि अतिक्रमणकारियों को जंगल से बाहर कर दिया गया है। जबकि हकीकत यह है कि वे लगातार जंगल में रहकर पेड़ों की अंधाधुंध कटाई कर रहे हैं और वनभूमि पर कब्जा कर रहे हैं। कुछ माह पहले वन विभाग ने निगरानी के लिए जंगल में अस्थाई चौकी बनाई थी।
इसमें कुछ दिन कर्मचारी और एक दिन तत्कालीन डीएफओ प्रदीप मिश्रा रुके। इसके बाद से यह वन चौकी खाली पड़ी है। अतिक्रमणकारियों के डर से कोई भी वनकर्मी यहां रात नहीं रुकता। इसके अलावा घाघरला के एक स्कूल में वन विभाग ने कर्मचारियों को निगरानी के लिए रखा है।
ग्रामीणों का कहना है कि इनमें से एक भी कर्मचारी गश्त पर नहीं जाता। जिसके चलते जंगल पर अतिक्रमणकारियों का पूरी तरह से कब्जा हो गया है। ग्रामीणों का कहना है कि वन विभाग ही नहीं चाहता कि क्षेत्र अतिक्रमणकारियों से मुक्त हो।
पानखेड़ा बीट में तैयार हो गए झोपड़े
घाघरला के साथ ही अतिक्रमणकारियों ने पानखेड़ा बीट में भी कब्जा जमा रखा है। सरेआम यहां सैकड़ों झोपड़ों का निर्माण कर लिया गया है, लेकिन उन्हें रोकने कोई नहीं पहुंचा। गांव से लगे जंगल में लगातार पेड़ों की कटाई कर खेती की जमीन तैयार की जा रही है। विभागीय अफसर भी इससे अनजान नहीं हैं, लेकिन कार्रवाई का साहस नहीं जुटा पा रहे। वन विभाग और प्रशासन का रुख देखते हुए अब स्थानीय ग्रामीणों ने भी विरोध करना करना बंद कर दिया है।
इनका कहना है
कुछ अतिक्रमणकारी जंगल गए थे। मामले से कलेक्टर को अवगत कराया गया है। मार्गदर्शन के अनुसार कार्रवाई करेंगे।
- बृजेश बरकड़े, डीएफओ।