भोपाल (नवदुनिया प्रतिनिधि)। इंटरनेट मीडिया पर मंगलवार को एक महिला का गुस्से में ठेले वाले के फल फेंकते हुए दो वीडियो वायरल हो गए। एक वीडियो में महिला ठेले पर रखे पपीतों को उठाकर उनको सड़क पर फेंक रही है। इस दौरान ठेले वाला पुलिस को बुलाने की बात कह रहा है। दूसरे वीडियो में महिला पूरा ठेला ही पलट देती है और सारे फल नाली में गिर जाते हैं। इन दोनों वीडियो के वायरल होने के बाद कलेक्टर ने इस मामले में ट्वीट कर मामले में उचित कार्रवाई करने के निर्देश दिए। इसके बाद पुलिस और प्रशासन की टीम दिनभर इस मामले की जानकारी जुटाने में लगी रही। बाद में यह मामला पिपलानी के छत्रसाल नगर का तीन जनवरी 2022 का निकला।
जानकारी के अनुसार कलेक्टर के निर्देश के बाद एसीपी जहांगीराबाद अभिनव विश्वकर्मा और साइबर क्राइम की पुलिस भी मामले की जानकारी जुटाने में लगी तो पता चला कि वीडियो में एक कार नजर आ रही है, जो जहांगीराबाद की है। बाद में उसके नंबर से पुलिस कार मालिक बरखेड़ी जहांगीराबाद निवासी राजेश तिवारी तक पहुंची और उस ठेले वाले पुलबोगदा ऐशबाग निवासी अशरफ खान को थाने बुलाकर पूरे मामले की जानकारी ली।
3 जनवरी की थी घटना
बरखेड़ी जहांगीराबाद निवासी राजेश तिवारी ने बताया कि उनका ससुराल छत्रसाल नगर पिपलानी में है, जहां पर वह पत्नी चित्ररेखा तिवारी के साथ गए थे। उनकी पत्नी चित्ररेखा पूर्व में रायसेन रोड स्थित एक निजी कालेज में पढ़ाया करती थीं। राजेश वल्लभ भवन में नौकरी करते हैं। तीन जनवरी को वह अपनी ससुराल गए थे। जहां पर उन्होंने अपनी कार को सड़क पर खड़ा किया था। बाद में एक ठेले वाला जो पपीता बेच रहा था, उसने उनकी कार को दो बार टक्कर मारी तो उनकी पत्नी चित्ररेखा ने बाहर आकर उससे इस बात को लेकर विरोध दर्ज कराया तो उसने कहा कि वह उसके ठेले में कार से टक्कर मार दे। इस पर गुस्से में आकर उनकी पत्नी ने उसके ठेले से पपीते फेंक दिए थे। ठेलेवाले के बहस करने का वीडियो किसी ने नहीं बनाया, पपीते फेंकते हुए का वीडियो बनाकर उसे वायरल किया गया।
थाने के बाहर हुआ राजीनामा, समझौते दी सूचना
बाद में इस पूरे घटनाक्र की सूचना पर डायल 100 मौके पर पहुंची। दोनों पक्षों को थाने चलने के लिए कहा गया। जहां थाने के बाहर दोनों पक्षों में आपसी सहमति से समझौता कर लिया गया। फल वाले अशरफ और राकेश दोनों ने लिखित में आवेदन देकर पुलिस को समझौता कर लेने की जानकारी दी । राजेश तिवारी का कहना है कि उनकी ओर से ठेले वाले को नुकसान के लिए दो हजार दे दिए गए थे। उनकी पत्नी ने इसके लिए माफी भी मांग ली थी। अशरफ ने भी बताया कि उसे तीन जनवरी को हुए नुकसान के लिए दो हजार की राशि मिल गई थी। उसे अब कोई शिकायत नहीं है। हालांकि उसका यह भी कहना है कि महिला का बर्ताव अच्छा नहीं था, उनके पति का व्यवहार अच्छा था। इसलिए उसने एफआइआर नहीं कराई थी।