बांधवगढ़ में हाथियों की मौत के 22 दिन बाद वेटनरी डाक्टर को हटाया, वन विभाग की कार्रवाई
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में मारे गए 11 हाथियों की मौत के 22 दिन बाद जांच रिपोर्ट में पशु चिकित्सक डा. नितिन गुप्ता की लापरवाही सामने आई है। इसलिए वन विभाग ने यह कार्रवाई की है। उल्लेखनीय है कि एक साथ इतने हाथियों की मौत के बार पूरे देश में हडकंप मच गया था।
By sourabh soni
Publish Date: Tue, 19 Nov 2024 09:06:22 PM (IST)
Updated Date: Tue, 19 Nov 2024 09:08:09 PM (IST)
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व की तस्वीर। HighLights
- डा. राजेश तोमर को वन्यप्राणी स्वास्थ्य अधिकारी पदस्थ किया गया है।
- डा. नितिन गुप्ता को जुदेव व्हाइट टाइगर मुकुंदपुर सतना पदस्थ किया।
- लापरवाही सामने आने के बाद उन्हें हटाने की कार्रवाई की गई है।
राज्य ब्यूरो, नईदुनिया, भोपाल : मध्य प्रदेश के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में हाथियों की मौत के 22 दिन बाद पशु चिकित्सक डा. नितिन गुप्ता को हटा दिया गया है। उन्हें महाराज मार्तंड सिंह जुदेव व्हाइट टाइगर मुकुंदपुर सतना में पदस्थ किया गया है। उनकी जगह मुकुंदपुर के डा. राजेश तोमर को बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व का वन्यप्राणी स्वास्थ्य अधिकारी पदस्थ किया गया है।
बांधवगढ़ में 11 हाथियों की मौत हो चुकी है। हाथियों की मौत की एक वजह समय पर उपचार नहीं मिलना पाया गया है। हाथी रात भर चिंघाड़ते रहे, ग्रामीणों ने इसकी सूचना भी दी, लेकिन इसके 16 घंटे बाद डा. नितिन गुप्ता घटना स्थल पर पहुंचे थे।
बताया जा रहा है कि वे अपनी पत्नी का उपचार कराने के लिए जबलपुर गए थे। हालांकि सूचना मिलते ही वे दोपहर तक बांधवगढ़ लौट गए थे। समय रहते डाक्टर अगर हाथियों का उपचार कर लेते तो संभवत: 10 हाथियों को बचाया जा सकता था। हाथियों की मौत की जांच में डा. गुप्ता की लापरवाही सामने आने के बाद उन्हें हटाने की कार्रवाई की गई है।