भोपाल। नवदुनिया स्टेट ब्यूरो। जल जीवन मिशन के कार्यों की समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में एक करोड़ क्रियाशील घरेलू नल कनेक्शन का लक्ष्य तेजी से कार्य कर प्राप्त किया जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि प्रदेश की आबादी को घरेलू नल कनेक्शन के माध्यम से वर्ष 2023 तक 55 लीटर प्रति व्यक्ति प्रतिदिन के मापदंड से गुणवत्तापूर्ण पेयजल उपलब्ध मिले।
बैठक में बताया गया कि 100 दिवसीय अभियान के अंतर्गत शाला एवं आंगनबाड़ी में नल से जल पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है। जनवरी से मार्च 2021 की अवधि में प्रदेश के डेढ़ लाख आंगनवाड़ी केंद्रों और विद्यालयों में नल कनेक्शन लग जाएंगे। प्रदेश में वर्ष 2020-21 में 26 लाख, 2021-22 में 33 लाख, 2022-23 में 28 लाख और 2023-24 में 14 लाख घरेलू कनेक्शन देने का लक्ष्य है।
केंद्र सरकार से प्राप्त राशि और किए गए व्यय के आधार पर मध्य प्रदेश बड़े राज्यों में दूसरे क्रम पर है। यहां 378 करोड़ स्र्पये व्यय किए गए। मुख्यमंत्री ने कहा कि जल जीवन मिशन के अंतर्गत 10 योजनाओं से 4347 ग्राम लाभान्वित होंगे। ये योजनाएं गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, सिंगरौली, आगर, देवास, सागर और धार में क्रियान्वित होंगी।
महिला सुरक्षा के लिए परिवहन विभाग बनाएगा कमांड कंट्रोल सेंटर: सागर
पुलिस प्रशिक्षण एवं शोध संस्थान (पीटीआरआइ) के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक डीसी सागर ने कहा कि सार्वजनिक परिवहन के साधनों में यात्रा करने वाली महिलाओं और किशोरियों की सुरक्षा सरकार की सर्वोधा प्राथमिकता है। महिलाओं की सुरक्षा के मद्देनजर परिवहन विभाग प्रदेश में सूचनाओं की निगरानी के लिए कमांड कंट्रोल सेंटर स्थापित करेगा। इसके लिए पिछले दिनों सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय और मध्य प्रदेश परिवहन विभाग के मध्य एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए हैं।
सागर ने बताया कि परिवहन विभाग द्वारा सार्वजनिक परिवहन के वाहनों में व्हीकल लोकेशन ट्रेसिंग डिवाइस तथा इमरजेंसी बटन लगाने को अनिवार्य किया गया है। इससे किसी भी अप्रिय स्थिति में न केवल तत्काल सूचना प्राप्त हो सकेगी, बल्कि उस पर त्वरित कार्रवाई की जाएगी। कमांड कंट्रोल सेंटर समय-समय पर मिलने वाले अलर्ट और सूचनाओं की निगरानी करेगा। सेंटर में ऑटोमेटिक अलर्ट प्राप्त होंगे।