Shiva Mahapuran Katha: भोपाल (नवदुनिया प्रतिनिधि)। तीर्थ, मंदिर, शिवालय, गुरु के दरवाजे जाओ पर एक बात का जरूर ध्यान रखना कि अपने पड़ोसियों से 10 रुपये उधार लेकर आरती में मत चढ़ाओ। बैंकों से भी कर्ज मत लो। मांगना ही है तो शिवजी से मांगों, यहां आपको कुछ नहीं चुकाना होता। शिवजी आपकी झोली भर दें तो खूब आरती में धन चढ़ाओ। जरूरतमंदों की मदद करो। श्री शिव महापुराण की कथा सिखाती है कि शिवजी से प्रार्थना करो, मौन रह लूंगा पर किसी से कर्ज नहीं लूंगा। बैंक आपको कर्ज देती हैं। याद रखिए आपको ही कर्ज चुकाना होता है।
यह प्रवचन कैलाश प्रसून सारंग की स्मृति में करोंद एक शापिंग माल के पीछे 55 एकड़ क्षेत्र में चल रही श्री महापुराण के दूसरे दिन सीहोर कुबेरेश्वर धाम के पंडित प्रदीप मिश्रा ने दिए। उन्होंने शिव भक्ति हमें हर मनुष्य में अच्छाई देखने के लिए प्रेरित करती है। बिना खिड़की का मकान नहीं होता और बिना अच्छाई का इंसान नहीं होता इसलिए हर इंसान में अच्छाई देखो। शिव पुराण की कथा में श्री पंड़ित मिश्रा ने आश्चर्य व्यक्त करने हुए कहा कि मच्छर मच्छर को नहीं काटता लेकिन मनुष्य मनुष्य को काटता है। मच्छर काटता है तो केवल खून ही निकालता है लेकिन जब मनुष्य काटता है तो पूरे सनातन कुल को ही काट देना चाहता है इसलिए शिवभक्ति करो और काटना नहीं बल्कि जोड़ना सीखो।इस मौके पर भोपाल लोकसभा सदस्य साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर महापौर मालती राय, विवेक सारंग, सुनील श्रीवास्तव, शैलू वर्मा, संजीव सक्सेना, राजपाल सिसोदिया सहित सैकड़ों देश के अलग-अलग राज्यों से आए श्रद्धालु शामिल हुए।
दूसरे दिन श्रद्धालुओं की संख्या और बढ़ी। इससे आयोजन समिति ने पंडालों के बाहर खड़े होने वाले 2000 से अधिक श्रद्धालुओं के छतरियां उपलबध कराई गईं, जिससे श्रद्धालुओं को धूप न लगे। साथ ही चार पंडाल बढ़ाए गए, जिससे श्रद्धालुओं को दिक्कत न हो।
-शंकर-पार्वती की झांकी बनी आकर्षक का केंद्र
महाशिवपुराण कथा के विशाल मंच पर शहर के कलाकार शंकर पार्वती के रूप में प्रस्तुति दी। आकर्षक झांकी को देखने श्रद्धालु आते रहे। प्रस्तुति देखकर श्रुद्वालु तालियां बजाकर श्रद्वाभाव व्यक्त करते हुए भक्ति भाव से भर गए।
50 हजार से अधिक लोगों को भोजन कराया
कथा पंड़ाल के समीप ही विशाल अन्नपूर्णा क्षेत्र में हजारों श्रद्वालु निश्शुल्क भोजन प्राप्त कर रहे हैं। सुबह से लेकर शाम तक नाश्ता-पानी की भी व्यवस्था की गई है। मप्र के अलावा महाराष्ट, राजस्थान, झारखंड, बिहार, उत्तर प्रदेश सहित अन्य राज्यों से आए श्रद्वालुओं के ठहरने की भी आयोजन समिति द्वारा निश्शुल्क व्यवस्था की गई है।
ये प्रेरक बातें भी पंडित मिश्रा ने श्रद्धालुओं से कहीं
-इस संसार में मानव देह की प्राप्ति सिर्फ शिव भक्ति के लिए ।
-अच्छे ही नहीं बुरे व्यक्ति में भी अच्छाई देखने का प्रयास करो।
-चाहे प्रभु श्री राम हों, श्री विष्णु हों, श्री कुबेर हों या फिर स्वर्ग के कोई भी देव सभी शिव को ही भजते हैं।
-मंदिर जाने से कोई रोके तो उसे हिम्मत से जवाब दीजिए।