कोटा/भोपाल। मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की पत्नी साधना सिंह रविवार को किरार क्षत्रिय महासभा की पहली महिला अध्यक्ष चुनी गईं। रविवार को कोटा में हुए किरार क्षत्रिय महासभा के 11वें राष्ट्रीय महाअधिवेशन में सर्वसम्मति से उन्हें अध्यक्ष चुना गया।
अधिवेशन का शुभारंभ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया ने किया था। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि केवल समाज के नाम पर कोई व्यक्ति आगे नहीं बढ़ सकता है। यदि आगे बढ़ना है तो स्वयं को क्षमतावान बनाना होगा।
समाज को नीचा नहीं दिखाऊंगा
शिवराज ने कहा कि मैं समाज का मान कभी नहीं जाने दूंगा। समाज को नीचा दिखाने का काम कभी किया भी नहीं हैं और कभी करूंगा भी नहीं। उन्होंने सुझाव दिया कि महासभा को परीक्षा पूर्व प्रशिक्षण और कोचिंग की व्यवस्था करनी चाहिए। इसमें सरकार भी सहयोग करने के लिए तैयार है। उन्होंने वसुंधरा राजे को अपनी बहन बताया।
जीत, हार चलती रहती है
राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया ने कहा कि जीत और हार चलती रहती है, लेकिन लोगों को राहत देने के काम राजस्थान की सरकार करती रहेगी। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़, गुजरात और मध्यप्रदेश में 15 साल तक भाजपा का शासन रहा तो वहां कायापलट हो गई। कायापलट करने के लिए 10 से 15 साल तो चाहिए ही होते हैं।
कार्यक्रम में आई थी, अध्यक्ष बना दिया
किरार महासभा की राष्ट्रीय अध्यक्ष निर्वाचित हुईं साधना सिंह ने कहा कि मैं समाज के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आई थी, लेकिन समाज ने अध्यक्ष बना दिया है। उन्होंने कहा कि मन को अच्छा नहीं लग रहा है, इसलिए अध्यक्ष बनने से मना किया था। अब समाज के वरिष्ठ लोगों ने समाज को विखंडन से बचाने के लिए यह जिम्मदारी दी है। महासभा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. गुलाब सिंह किरार ने साधना सिंह के नाम का प्रस्ताव रखा था।