भोपाल, नवदुनिया प्रतिनिधि। प्रदेशभर से भोपाल पहुंचे बेरोजगार युवक-युवतियों ने सरकार से रोजगार देने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। नौकरी की मांग को लेकर पहुंचे सैकड़ों युवाओं ने मुख्यमंत्री के खिलाफ नारेबाजी की। इस दौरान पुलिस ने उन्हें पुलिस मुख्यालय के सामने रोक लिया। प्रदर्शनकारी आगे बढ़ने लगे तो पुलिस ने उन पर लाठियां चलाईं और वहां से हटाया। प्रदर्शनकारी विभिन्न सरकारी विभागों में रिक्त पदों पर भर्तियां निकालकर नौकरी देने की मांग कर रहे थे। इनका कहना है कि सरकारी विभागों में कर्मचारी सेवानिवृत्त हो रहे हैं, उनकी जगह भरने के लिए नई भर्तियां निकाली जाएं। पुलिस द्वारा किए गए लाठीचार्ज में कुछ प्रदर्शनकारी घायल भी हो गए। इस दौरान पुलिस ने 50 से अधिक युवाओं को हिरासत में ले लिया और जबरन बस में बिठाकर ले गई।
बता दें कि बेरोजगार संघ के आह्वान पर शुक्रवार को प्रदेश भर से सैकड़ों की संख्या में युवा लड़के-लड़कियां रोशनपुरा चौराहे पर विरोध प्रदर्शन करने पहुंचे थे। प्रदर्शन की अनुमति नहीं होने के कारण पुलिस ने युवाओं पर सख्त कार्रवाई की और उन्हें वहां से खदेड़ दिया। इस दौरान कांग्रेस के पूर्व मंत्री पीसी शर्मा भी पहुंच गए और उन्होंने पुलिस लाठीचार्ज की आलोचना की।
इस संदर्भ में टीटी नगर सीएसपी उमेश तिवारी ने कहा कि अब तक 50 से अधिक प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया है। कार्रवाई की जा रही है। हालांकि इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान नहीं रखा गया। युवाओं ने आरोप लगाए कि क्या कोविड-19 की गाइड लाइन सिर्फ आम लोगों के लिए ही है।
प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर लगाए आरोप
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि हम शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन कर रहे थे। पुलिस ने जान-बूझकर हम पर लाठीचार्ज किया। प्रदर्शन की जानकारी पहले से ही पुलिस प्रशासन को दे दी गई थी। हम सामान्य प्रदर्शन कर रहे थे, लेकिन पुलिस ने हमें पीटा है। कई लोगों को चोटें भी आई हैं।