प्रज्ञा ठाकुर बोलीं- सनातन ही असली धर्म, बाकी तो मत और पंथ हैं, I.N.D.I.A गठबंधन पर साधा निशाना
राजधानी में भेल के ठेका श्रमिकों का धरना समाप्त कराने पहुंचीं सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर विरोधियों पर जमकर बरसीं।
By Ravindra Soni
Edited By: Ravindra Soni
Publish Date: Tue, 12 Sep 2023 09:33:57 AM (IST)
Updated Date: Tue, 12 Sep 2023 10:12:22 AM (IST)
HighLights
- प्रज्ञा ठाकुर ने कहा कि जो सनातन को डेंगू, मलेरिया, एड्स आदि बता रहे, ईश्वर उन्हें इन बीमारियों का सुख दे।
- राहुल गांधी के मटन बनाने पर भी कसा तंज।
- इंडिया गठबंधन को लेकर कहा कि दुकान का नाम बदलने से काम नहीं बदल जाता।
भोपाल (नवदुनिया प्रतिनिधि)। सनातन धर्म ही धर्म है, बाकी तो मत और पंथ हैं। सनातन धर्म को समाप्त करने की किसी की कोई औकात नहीं है, जो कह रहे हैं कि सनातन धर्म डेंगू, मलेरिया, एड्स, कुष्ठ है। ईश्वर उन्हें इन बीमारियों का सुख दे। यह बात सोमवार को भोपाल सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने राजधानी में भेल फाउंड्री गेट पर कही। वह भेल प्रबंधन के खिलाफ वेतन वृद्धि के लिए धरने पर बैठे ठेका श्रमिकों का धरना समाप्त कराने पहुंची थीं।
राहुल गांधी जैसे लोग धर्मी नहीं, विधर्मी हैं
उन्होंने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि के उस बयान की आलोचना की, जिसमें उन्होंने सनातन धर्म पर अभद्र बयान दिया था। साध्वी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा मटन बनाने पर कहा कि किसी जीव को मार करके इस तरह खा लेना। यह लोग धर्मी नहीं, विधर्मी हैं, कुछ भी कर सकते हैं। कभी क्रास की माला पहन लेते हैं तो कभी जनेऊ व तिलक लगा लेते हैं। वहीं कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला के भाजपा के वोटर को राक्षस प्रवृत्ति वाला कहने पर कहा कि सुरजेवाला की कोई औकात नहीं है। वह कहां के तोपचंद हैं, जो किसी को श्राप देंगे।
अपना देश भारत है और भारत ही रहेगा
इंडिया को भारत कहने के मामले पर कहा कि अपना देश भारत है और भारत ही रहेगा। इंडिया कुछ नहीं है। इंडिया कहने से लोग भ्रमित हो रहे हैं। इंडिया गठबंधन कुछ नहीं है। दुकान का नाम बदलने से काम नहीं बदल जाता है। सब ठग हैं और देश की जनता को ठगने के लिए एकत्रित हुए हैं। जी-20 का आयोजन कराकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश का मान पूरी दुनिया में बढ़ाया है। देश प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में आगे बढ़ रहा है। साध्वी ने ठेका श्रमिकों का वेतन 21 हजार रुपये व अन्य मांगों को पूरा कराने संबंधी भेल प्रबंधन व केंद्र सरकार से बात करने का आश्वासन दिया।