माता-पिता शराब पीकर पाच साल के मासूम की करते थे पिटाई, पड़ोसी की शिकायत के बाद चाइल्ड लाइन ने बचाया
बैरागढ़ क्षेत्र का मामला। चाइल्ड लाइन भोपाल ने बच्चे को बाल कल्याण समिति के संरक्षण में आश्रय गृह पहुंचाया।
By Ravindra Soni
Edited By: Ravindra Soni
Publish Date: Sun, 28 Nov 2021 08:19:50 AM (IST)
Updated Date: Sun, 28 Nov 2021 08:19:50 AM (IST)
भोपाल (नवदुनिया प्रतिनिधि)। चाइल्ड लाइन ने बैरागढ़ इलाके से माता-पिता की बेरहमी का शिकार हो रहे एक बच्चे को बचाया है। बच्चे के माता-पिता उसे शराब पीकर आए दिन पीटते थे। पड़ोसियों की शिकायत के बाद चाइल्ड लाइन ने बच्चे को रेस्क्यू कर बाल कल्याण समिति के संरक्षण में भेज दिया है।
दरअसल, चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर 1098 पर एक व्यक्ति ने फोन कर जानकारी दी कि उसके पड़ोस में एक पांच वर्षीय बच्चे को उसके माता-पिता हमेशा पिटाई करते हैं। बच्चा हमेशा डरा-सहमा रहता है और बेहद तकलीफ में है। जानकारी मिलते ही टीम मौके पर पहुंची और बच्चे को रेस्क्यू किया। यहां जानकारी मिली कि बच्चे की मां की यह दूसरी शादी है। वह और उसका पति आए दिन शराब पीकर आपस में झगड़ते हैं और बच्चे की पिटाई करते हैं। काउंसलिंग के दौरान बच्चे ने भी बताया कि माता-पिता का हर रोज झगड़ा होता है। इसके बाद दोनों उसे मारते हैं। उसे अपने घर में डर लगता है और वह मां-पिता के साथ रहना नहीं चाहता। चाइल्ड लाइन डायरेक्टर अर्चना सहाय ने बताया कि बच्चा माता-पिता के व्यवहार से आहत है और घर जाना नहीं चाहता था। इस कारण बच्चे की काउंसलिंग कर बाल कल्याण समिति के आदेश पर आश्रय गृह भेज दिया गया है। उल्लेखनीय है कि ऐसे मामलों में अब लोगों में जागरूकता बढ़ने लगी है। खासकर बच्चों से जुड़े मामलों में लोग संवेदनशील नजर आ रहे हैं। तभी तो अब अपने आस-पड़ोस बच्चों के साथ गलत होता देखकर चाइल्ड लाइन में सूचना देने लगे हैं। इसी का नतीजा है कि इस मामले में पड़ोसी ने शिकायत कर बच्चे को बचाया है।
पिता बोला- बच्चे को मां के पास जेल भेज दो
वहीं एक अन्य मामले में बाल कल्याण समिति के पास एक पिता ने पत्र लिखकर यह गुहार लगाई कि उसके दो साल के बच्चे को जेल में सजा काट रही मां को सौंप दिया जाए। दरअसल, बच्चे की मां हत्या के आरोप में जेल में है। ऐसे में बच्चे की कस्टडी पिता के पास थी। पिता ने पत्र में लिखा है कि वह मेहनत-मजदूरी करता है। परिवार में कोई और जिम्मेदार सदस्य भी नहीं है जो बच्चे का ध्यान रख सके। ऐसे में बच्चे का ध्यान रखना उसकी सबसे बड़ी चिंता है। पिता ने साफ कहा कि वह बच्चे का लालन-पालन अच्छे से नहीं कर पा रहा है। उसे लगता है कि बच्चा मां के पास सही तरह से रह पाएगा। हालांकि मामले में बच्चे को उसकी मां को सौंप दिया गया है।