
भोपाल (नवदुनिया प्रतिनिधि)।पंडित खुशीलाल शर्मा आयुर्वेद कॉलेज से संबद्ध अस्पताल में ओपीडी व मरीजों को भर्ती करने की सुविधा 12 नवंबर से फिर शुरू हो गई है। सुबह नौ बजे से शाम पांच बजे तक ओपीडी में मरीजों को इलाज मिलेगा, जबकि इमरजेंसी में इलाज की सुविधा 24 घ्ांटे उपलब्ध रहेगी। अप्रैल में इस अस्पताल को कोविड केयर केन्द्र बनाए जाने की वजह से आयुर्वेद के मरीजों का इलाज बंद हो गया था। अब मरीज कम होने के बाद ओपीडी फिर से शुरू कर दी गई है। कोविड केन्द्र बंद कर दिया गया है।
कॉलेज के अधिकारियों ने बताया कि मरीजों को भ्ार्ती करने की सुविधा भी शुरू कर दी गई हैं। हालांकि, कोरोना संक्रमण के डर से मरीज भर्ती होने को तैयार होंगे या नहीं यह कह पाना मुश्किल है। बता दें कि अभी तक गंभीर व पुराने मरीजों के लिए छात्रावास के एक कमरे में ओपीडी चल रही थी। अलग-अलग शिफ्ट में एक या दो डॉक्टर यहां बैठ रहे थे। कॉलेज के प्राचार्य डॉ. उमेश शुक्ला ने बताया कि पंचकर्म की सुविधा अभी श्ाुरू नहीं की जाएगी, क्योंकि इससे संक्रमण का ख्ातरा रहेगा। उन्होंने कहा कि विभाग से मार्गदर्शन मिलने के बाद ही पंचकर्म की सुविधा शुरू की जाएगी।
ओपीडी में रोज आते हैं 400 -500 मरीज
कोरोना के पहले यहांं ओपीडी में हर दिन 400 से 500 मरीज आते थे, जबकि हर समय करीब 150 मरीज भर्ती रहते थे। अब ओपीडी सेवाएं फिर से शुरू होने के बाद इन मरीजों को फिर सुविधाएं मिल सकेंगी। हालांकि, अभी ओपीडी में ज्यादा मरीज आने की उम्मीद नहीं है।
दवाओं की अभी भी तंगी
ओपीडी की सुविधा शुरू होने के बाद भी अस्पताल में दवाओं की किल्लत है। अति जरूरी दवाएं भी यहां उपलब्ध नहीं है। त्रिफला चूर्ण, अरिष्ट, सर्दी-जुकाम व खांसी की दवाएं, दर्द निवारक तेल मरीजों को नहीं मिल पा रहे हैं। ओपीडी में आने वाले मरीजों को बाजार से दवाएं खरीदनी पड़ेंगी। एक मरीज को 200 रुपये से लेकर 800 रुपये तक की दवाएं लगती हैं।
ओपीडी व भर्ती की सुविधा शुरू कर दी गई है। ओपीडी में कोरोना के पहले की तरह ही सभ्ाी विषयों में इलाज मिलेगा, हालांकि पंचकर्म की सुविधा अभी शुरू नहीं की जा रही है।
डॉ. उमेश शुक्ला
प्राचार्य, पं. खुशीलाल शर्मा आयुर्वेद कॉलेज