MP Weather Update: भोपाल (नवदुनिया प्रतिनिधि)। बंगाल की खाड़ी में हवा के ऊपरी भाग में बना चक्रवात कम दबाव के क्षेत्र में परिवर्तित हो गया है। इसके प्रभाव से प्रदेश के अधिकतर जिलों में वर्षा का सिलसिला शुरू हो गया है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक सोमवार से मानसून की गतिविधियों में और तेजी आने लगेगी।
रीवा, शहडोल,जबलपुर, नर्मदापुरम, भोपाल, सागर इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर संभाग के जिलों में मध्यम स्तर की वर्षा भी हो सकती है। सिवनी, मंडला, बालाघाट, बैतूल,शिवपुरी, श्यौपुरकला जिले में भारी वर्षा हो सकती है।
उधर रविवार को सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक नरसिंहपुर में 59,पचमढ़ी में 31,सीधी में 24, सिवनी में 13, भोपाल में सात, सतना, शिवपुरी में चार, रायसेन एवं दमोह में तीन, नर्मदापुरम, छिंदवाड़ा में दो, सागर में एक, इंदौर में 0.6, धार एवं गुना में 0.5, ग्वालियर में 0.1 मिलीमीटर वर्षा हुई। इससे पूर्व शनिवार-रविवार की दरमियानी रात टीकमगढ़ में 106, जबलपुर में 89.4, गुना में 77.3 मिलीमीटर वर्षा हुई।
मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ मौसम विज्ञानी एचएस पांडे ने बताया कि वर्तमान में कम दबाव का क्षेत्र उत्तरी ओडिशा, झारखंड एवं उससे लगे पश्चिम बंगाल पर बना है। मानसून द्रोणिका वर्तमान में गंगानगर नारनोल, अलीगढ़, बनारस, डाल्टनगंज से कम दबाव के क्षेत्र से होकर बंगाल की खाड़ी तक बनी हुई है।
कम दबाव के क्षेत्र के उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ते हुए सोमवार को छत्तीसगढ़ में प्रवेश करने की संभावना है। इस वजह से प्रदेश के अधिकतर जिलों में रुक-रुककर मध्यम स्तर की वर्षा होती रहेगी।
मंगलवार को कहीं-कहीं भारी वर्षा भी हो सकती है। मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि 18 जुलाई को बंगाल की खाड़ी में एक अन्य चक्रवात बनने जा रहा है। इस वजह से प्रदेश में रुक-रुककर वर्षा का सिलसिला एक सप्ताह तक बना रह सकता है।