MP Vyapam Scam भोपाल (नवदुनिया प्रतिनिधि)। राजधानी की विशेष अदालत ने व्यावसायिक परीक्षा मंडल, व्यापमं (अब इसका नाम मप्र कर्मचारी चयन मंडल हो चुका है) से जुड़े एक मामले की सुनवाई करते हुए आरोपित पल्लव अमृतफले को सात वर्ष के कारावास व 10 हजार रुपये जुर्माने की सजा सुनाई है।
यह सजा मंगलवार को व्यापमं प्रकरणों की सुनवाई कर रहे विशेष न्यायाधीश (सीबीआइ) नीतिराज सिंह सिसोदिया ने सुनाई। आरोपित वर्ष 2017 से 2021 तक बैतूल जिले के मुलताई सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में बीएमओ के पद पर पदस्थ रह चुके थे। दोषी डाक्टर इंदौर के मनोरमा गंज का निवासी है।
पल्लव अमृतफले ने वर्ष 2009 में हुई पीएमटी प्रवेश परीक्षा फर्जी तरीके से पास कर श्याम शाह मेडिकल कालेज रीवा में प्रवेश लिया था। मंगलवार को वह अदालत के सामने पेश हुआ था, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
विशेष लोक अभियोजक सुनील श्रीवास्तव ने अभियोजन का पक्ष रखा। न्यायालय ने माना कि आरोपित द्वारा फर्जी तरीके से वर्ष 2009 में हुई परीक्षा में हिस्सा लिया था प्रवेश पाने के लिए अपराध किया था। न्यायालय ने यह भी माना कि इस प्रकार के अपराधों का समाज पर विपरित प्रभाव पड़ता है।
प्रतियोगिता परीक्षाओं में पास होने के लिए परीक्षार्थी वर्षों तक श्रम करते हैं इस प्रकार अपराधों से मेहनत करने वाले परीक्षार्थियों की मेहनत व्यर्थ जाती है। ये अपराध ऐसे परीक्षार्थियों के भविष्य पर विपरित असर डालते हैं। भविष्य में इस प्रकार के अपराध न दोहराया जाए, इसलिए कठोर दंड देना आवश्यक है।
यह है मामला
आरोपित के विरुद्ध आरोप थे कि व्यापमं द्वारा आयोजित प्री मेडिकल टेस्ट (पीएमटी) वर्ष 2009 में स्वयं के अनुचित चयन के आशय से प्रतिरूपण द्वारा छल किया गया था। मूल्यवान प्रतिभूतियों की कूटरचना की थी और कूटरचित दस्तावेजों को असल रूप में प्रस्तुत करने का प्रयास किया था।
साथ ही आरोपित के स्थान पर उक्त परीक्षा अन्य व्यक्ति द्वारा दिलवाई गई थी और पास की गई थी। ये सभी आरोप एसटीएफ पुलिस की जांच में सामने आए थे। जिसके पश्चात आरोपित की ओएमआर शीट जब्त की गई। साथ ही उसका आवेदन पत्र एवं मेडिकल कालेज में प्रस्तुत आवेदन पत्र में लगाए गए फोटो अलग-अलग मिले थे।
हस्तलिपि विशेषज्ञ की जांच से हस्ताक्षर नमूना भी अलग-अलग व्यक्ति का होना पाया गया था। इस आधार पर एसटीएफ पुलिस द्वारा आरोपित को गिरफ्तार कर प्रकरण दर्ज किया था। बता दें कि पीएमटी घोटाले में अभी आठ डाक्टरों के चालान पेश होने बाकी है।
व्यापमं आरक्षक भर्ती घोटाले में तीन मामलों में सजा सुनाई जा चुकी है। एसटीएफ के विशेष लोक अभियोजक सुनील श्रीवास्तव को सराहनीय कार्य के लिए पुलिस अधीक्षक एसटीएफ द्वारा अवार्ड एवं नगद इनाम की घोषणा की है।