राज्य ब्यूरो, नईदुनिया, भोपाल(MP Panchayat Chunav)। राज्य निर्वाचन आयोग ने नगरीय निकाय और पंचायतों के रिक्त पदों के लिए उप-निर्वाचन का कार्यक्रम घोषित कर दिया है। मतदान नौ दिसंबर को होगा। नगरीय निकायों में नगर निगम रीवा में वार्ड-10 और नगर परिषद जैतहरी में वार्ड-6 के पार्षद पद के लिए निर्वाचन होना है। वहीं, पंचायतों में 4360 पंच और दो सरपंच पद के लिए चुनाव होगा।
राज्य निर्वाचन आयोग के सचिव अभिषेक सिंह ने बताया कि निर्वाचन की सूचना के प्रकाशन के साथ नाम निर्देशन-पत्र 18 नवंबर से लिए जाएंगे। नाम निर्देशन-पत्र 25 नवंबर तक लिए जाएंगे। नाम निर्देशन-पत्रों की संवीक्षा 26 नवंबर को होगी।
अभ्यर्थियों से नाम वापस लेने की अंतिम तारीख 28 नवंबर है। इसी दिन निर्वाचन प्रतीकों का आवंटन होगा। मतदान नगरीय निकायों में सुबह सात से शाम पांच बजे तक और पंचायतों में सुबह सात से दोपहर तीन बजे तक होगा।
मतगणना नगरीय निकायों में 12 दिसंबर को सुबह नौ बजे से होगी। पंच पद के लिए मतगणना मतदान केंद्र पर ही मतदान समाप्ति के तुरंत बाद होगी। सरपंच पद के लिए मतगणना 13 दिसंबर को विकासखंड मुख्यालय पर सुबह आठ बजे से होगी।
भोपाल। हाथियों की मौत को लेकर राज्य फारेंसिक लैब सागर की भी रिपोर्ट आ गई है। रिपोर्ट में कीटनाशकों की पुष्टि नहीं हुई है, अधिक मात्रा में फंगस लगी कोदो फसल खाने से ही हाथियों की मौत हुई। अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक वन्यप्राणी एल. कृष्णमूर्ति ने बताया कि राज्य फारेंसिक प्रयोगशाला सागर से मृत हाथियों के विसरा नमूनों की विषाक्तता रिपोर्ट प्राप्त हुई है।
रिपोर्ट में किसी भी भारी धातु एवं कीटनाशक नकारात्मक पाए गए हैं। स्कूल आफ वाइल्ड लाइफ फारेंसिक एंड हेल्थ ने भी अपनी रिपोर्ट दी है, जो हर्पीज वायरस के लिए नकारात्मक है और हाथियों की मृत्यु की वजह विषाक्तता बताई है। कृष्णमूर्ति ने बताया कि केंद्र एवं राज्य शासन की तीन प्रतिष्ठित प्रयोगशाला की रिपोर्ट प्राप्त हो चुकी है। उनके निष्कर्ष अनुसार हाथियों की मृत्यु का कारण अत्यधिक मात्रा में फंगस लगी कोदो फसल को खाना बताया गया है।
उल्लेखनीय है कि पांच नवंबर को केंद्र सरकार के आईवीआरआई बरेली उत्तर प्रदेश की रिपोर्ट के अनुसार, मृत हाथियों के विसरा सैम्पल में साइक्लोपियाजोनिक एसिड पाया गया है। इससे यह पता चलता है कि हाथियों ने बड़ी मात्रा में खराब कोदो फसल खाई थी। उल्लेखनीय है कि उमरिया जिले के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में खितौली और पतौर रेंज में हाथियों की मृत्यु की घटना 29 एवं 30 अक्टूबर को हुई थी।