नईदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि 10 वर्ष मुख्यमंत्री रहा, लेकिन थाने में सुंदरकांड का आयोजन कभी नहीं देखा। जब थाने में सुंदरकांड हो सकता है तो बकरा ईद व गुरु नानक जयंती भी मनाई जाए। सभी धर्मों के त्योहार मनाए जाएं। कांग्रेस कार्यकर्ताओं के जन्मदिन पर भी पुलिस सुंदरकांड का आयोजन कराए।
दरअसल, नर्सिंग घोटाले को लेकर प्रदेश के सहकारिता, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री विश्वास सारंग के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराने की मांग को लेकर गुरुवार को कांग्रेस ने राजधानी के अशोका गार्डन थाने तक पैदल मार्च निकाला। इस दौरान थाना परिसर में स्थित मंदिर में पंडाल लगाकर भाजपा के एक कार्यकर्ता के जन्मदिन पर सुंदरकांड का आयोजन किया जा रहा था।
इस दौरान कांग्रेसियों को अंदर घुसने से रोकने के लिए थाने के गेट पर ताला लगा दिया गया था। इससे नाराज होकर दिग्विजय सिंह ने आरोप लगाते हुए मीडिया से कहा कि सुंदर कांड के आयोजन की अनुमति कैसे दी गई? कांग्रेस पहले ही पैदल मार्च व थाने में मंत्री सारंग के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की मांग का ज्ञापन देने की सूचना पुलिस को दे चुकी थी तो फिर भाजपा कार्यकर्ता व मंत्री सारंग के समर्थक पंडाल लगाकर थाना परिसर में सुंदरकांड कैसे कर रहे थे?
टीआई से पूछा तो पहले उन्होंने कहा कि पता नहीं। फिर बोले- ऐसा कहीं लिखा है क्या कि मंदिर में सुंदरकांड नहीं हो सकता। बाद में बताया कि भाजपा कार्यकर्ता नरेश यादव के जन्मदिन पर सुंदरकांड हो रहा है। दिग्विजय ने यह भी आरोप लगाया कि थाने के मंदिर परिसर में जिस स्थान पर सुंदरकांड चल रहा था, वहां से हम पर जूता फेंका गया, जो एक पुलिस वाले को लगा। कुछ लोगों ने बोतलें भी फेंकीं।
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी के नेतृत्व में गुरुवार को दोपहर बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता प्रभात पेट्रोल पंप चौराहे के पास 80 फीट रोड पर एकत्रित हुए। यहां से अशोका गार्डन थाने की ओर बढ़े। हाथों में कांग्रेस का झंडा लिए कांग्रेस कार्यकर्ता मंत्री सारंग के इस्तीफे की मांग करते रहे। पुलिस ने थाने से करीब 100 मीटर दूर पहले बेरिकेड्स लगाकर कांग्रेसियों को रोक दिया।
इससे नाराज दिग्विजय सिंह, जीतू पटवारी, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार, उप नेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे कांग्रेसियों के साथ सड़क पर बैठ गए। वहीं, बैरिकेड्स के दूसरी ओर भाजपा कार्यकर्ता व मंत्री सारंग के समर्थक बड़ी संख्या में पहुंच गए। वे नेता प्रतिपक्ष सिंघार व उप नेता प्रतिपक्ष कटारे के खिलाफ पूर्व में दर्ज हुए मामलों को लिखीं तख्तियां लेकर नारेबाजी करने लगे।
एक घंटे तक भाजपा व कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के बीच टकराव स्थिति बनी रही। इससे पुलिस को अतिरिक्त जवान बुलाने पड़े। मामला बढ़ता देख पुलिस ने थाने के गेट पर ताला जड़ दिया। हालांकि कुछ देर हंगामा के बाद थाने का ताला खोलकर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और जीतू पटवारी सहित कुछ कांग्रेस पदाधिकारियों को ही भीतर जाने दिया गया।
अंदर उन्होंने मंत्री सारंग के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के लिए प्रार्थना पत्र दिया। पटवारी ने कहा कि जब नर्सिंग घोटाला हुआ, तब विश्वास सारंग चिकित्सा शिक्षा मंत्री थे। उनके समय ही घोटाला हुआ। जब तक मंत्री सारंग का इस्तीफा नहीं लिया जाता, तब तक विरोध प्रदर्शन करते रहेंगे। पैदल मार्च में विधायक आरिफ मसूद, आरिफ अकील, पूर्व मंत्री पीसी शर्मा, सचिन यादव, वरिष्ठ कांग्रेस नेता विद्याराम वर्मा, श्रमिक नेता दीपक गुप्ता सहित बड़ी संख्या में कांग्रेसी शामिल हुए।
प्रदर्शन के दौरान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार, उप नेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे के पोस्टर लिए हुए भाजपा की महिला व पुरुष कार्यकर्ता खड़े हुए थे। यह देख सिंघार व कटारे आगे नहीं बढ़े, वो दोनों दूर ही खड़े रहे। थाने के भीतर भी नहीं गए। भाजपा कार्यकर्ता नारे लगा रहे थे कि कांग्रेस के ऐसे नेता नर्सिंग घोटाले का विरोध कर रहे हैं, जिनके ऊपर महिलाओं की शिकायतों पर प्रकरण दर्ज हो चुके हैं।