राज्य ब्यूरो, नईदुनिया, भोपाल । मध्य प्रदेश की मुख्य सचिव वीरा राणा को एक और सेवावृद्धि मिल सकती है। उनका कार्यकाल सितंबर 2024 तक है। इसके संकेत शुक्रवार को वरिष्ठ अधिकारियों की जिस तरह से पदस्थापना की गई है, उससे मिलते हैं।
मुख्य सचिव पद के दावेदारों में प्रमुख नामों में 1989 बैच के अधिकारी मोहम्मद सुलेमान और 1990 बैच के अधिकारी एसएन मिश्रा शामिल हैं। दोनों अधिकारियों के दायित्व में जिस तरह परिवर्तन किया है, उससे माना जा रहा है कि किसी अन्य अधिकारी के लिए रास्ता सुगम किया जा रहा है।
विधानसभा चुनाव के समय इकबाल सिंह बैस की सेवा वृद्धि की अवधि समाप्त होने पर प्रदेश में उपलब्ध वरिष्ठ अधिकारी वीरा राणा को मुख्य सचिव पद का प्रभार दिया गया था। सरकार ने फिर उन्हें पूर्णकालिक मुख्य सचिव बना दिया। मार्च में उन्हें सेवानिवृत्त होने था, लेकिन इसके पहले ही मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने 6 माह की सेवावृद्धि दिला दी। इससे नए मुख्य सचिव की नियुक्ति को लेकर चल रही अटकलों पर विराम लग गया।
अपर मुख्य सचिव डॉ. राजेश राजौरा को अपने कार्यालय में पदस्थ कर बड़ा संकेत दिया गया। उनसे वरिष्ठ अधिकारी 1989 बैच के विनोद कुमार और जेएन कंसोटिया को मंत्रालय के बाहर पदस्थ किया तो अब अपर मुख्य सचिव मोहम्मद सुलेमान को कृषि उत्पादन आयुक्त बनाया है, जो तुलनात्मक रूप से कम महत्व का दायित्व माना जाता है।
इनकी मुख्य भूमिका कृषि क्षेत्र से जुड़े सभी विभागों के बीच समन्वयक की होती है। वे जुलाई 2025 में सेवानिवृत्त होंगे। वहीं, एसएन मिश्रा को गृह और परिवहन जैसे महत्वपूर्ण विभाग देकर उनकी आगामी भूमिका की ओर भी इशारा कर दिया है। वह जनवरी 2025 सेवानिवृत्त होंगे। इसी बैच के मलय श्रीवास्तव नवंबर और डा. राजेश राजौरा मई 2027 में सेवानिवृत्त होंगे।