MP Lok Sabha Election 2024: राज्य ब्यूरो, नईदुनिया, भोपाल। राजनीति दल वही, मतदाता वही, मुद्दे कुछ बदले पर ऐसा क्या हुआ पांच माह में लोगों की मतदान में रुचि बदल गई। विधानसभा चुनाव में 77.15 प्रतिशत मतदान का रिकार्ड बनाने वाला वही मतदाता घर से नहीं निकल रहा है। दूसरे चरण की जिन छह सीटों पर शुक्रवार को मतदान हुआ, उनके अंतर्गत आने वाली विधानसभा सीटों में 17 नवंबर को हुए विधानसभा चुनाव की तुलना में 15 प्रतिशत तक मतदान गिरा है।
सबसे ज्यादा 21.13 प्रतिशत की गिरावट दमोह में आई है। यहां लोकसभा चुनाव में 56.18 प्रतिशत मतदाताओं ने मत दिया था, जबकि विधानसभा चुनाव में इसके अंतर्गत आने वाली आठ विधानसभा सीटों में औसत मतदान 77.31 प्रतिशत था। विधानसभा चुनाव में सर्वाधिक मतदान होशंगाबाद लोकसभा क्षेत्र की विधानसभा सीटों में 83.23 प्रतिशत था जो इस चुनाव में भी सर्वाधिक 67.16 है। हालांकि, इसके बाद भी 16 प्रतिशत कम है। कम मतदान से राजनीतिक दल और निर्वाचन आयोग भी चिंतित हैं।
पहले चरण में 19 अप्रैल को सीधी, शहडोल, जबलपुर, मंडला, बालाघाट और छिंदवाड़ा में मतदान हुआ था। इन सीटों के अंतर्गत विधानसभा सीटों में विधानसभा चुनाव में औसत 80 प्रतिशत मतदान हुआ था, पर लोकसभा चुनाव में 67.75 प्रतिशत ही मत पड़े। यानी, 12.25 प्रतिशत कम था। सबसे अधिक गिरावट सीधी में आई थी। कम मतदान की एक वजह गर्मी को भी माना जा रहा है।
प्रदेश में तीसरे और चौथे चरण का मतदान क्रमश: सात और 13 मई को चुनाव होना है, ऐसे में गर्मी बढ़ने पर मतदान प्रभावित होने की आशंका से राजनीतिक दल और निर्वाचन आयोग चिंतित हैं। दल अपना-अपना गुणा-भाग लगा रहे हैं कि कहां कम मतदान से उन्हें क्या लाभ-हानि होगी। भाजपा-कांग्रेस के राष्ट्रीय नेता तक अधिक से अधिक मतदान की अपील कर रहे हैं। अब चार जून का परिणाम आने पर कुछ हद तक साफ हो जाएगा मतदान गिरने से किस पर कैसा असर पड़ा।
सीट- विधानसभा में औसत मतदान- लोकसभा में मतदान - अंतर
टीकमगढ़ -- 76.53 -- 59.79 -- 16.74
दमोह -- 77.31 -- 56.18 -- 21.13
खजुराहो -- 74.15 -- 56.44 -- 17.71
सतना -- 73.70 -- 61.87 --11.83
रीवा -- 67.01 -- 48.07 -- 18.94
होशंगाबाद -- 83.23 -- 67.16 -- 16.07
कुल -- 75.32 -- 60 -- 15.32
नोट : आंकड़े रात नौ बजे की स्थिति में।