MP Election 2023: वैभव श्रीधर, भोपाल। नवंबर में होने वाले मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में युवा मतदाताओं को लेकर भाजपा ने अपना दांव चल दिया है। मुख्यमंत्री सीखो कमाओ और स्वरोजगार की कई योजनाओं के माध्यम से युवाओं को साधने का काम किया जा रहा है। उधर, कांग्रेस का फोकस भी युवाओं पर है।
प्रोत्साहन योजना लागू करने की गांरटी देने की योजना
कांग्रेस सरकार बनने पर प्रोत्साहन योजना लागू करने की गांरटी देने की योजना बना रही है। वचन पत्र समिति इसकी तैयारी में जुटी है। दरअसल, प्रदेश में 18 से 29 वर्ष के एक करोड़ 48 लाख मतदाता हैं। इनमें 18.86 लाख मतदाता 18 से 19 वर्ष के हैं। कांग्रेस ने अभी तक जो गारंटियां दी हैं, उनमें युवाओं के लिए कुछ भी नहीं है। पार्टी नेताओं का कहना है कि हम जानबूझकर अब कोई योजना सामने नहीं ला रहे हैं क्योंकि सरकार उसकी नकल करके लागू कर देती है। आचार संहिता के बाद पत्ते खोल जाएंगे। कांग्रेस का फोकस युवाओं के रोजगार पर होगा।
बेरोजगारी को मुद्दा बनाया
कांग्रेस ने बेरेाजगारी को चुनाव का मुद्दा बनाया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ हों या फिर अन्य वरिष्ठ नेता अपने भाषणों में बेरोजगार युवाओं को प्राथमिकता में रखते हैं। दरअसल, पार्टी जानती है कि युवाओं का साथ लिए बिना सत्ता की राह आसान नहीं होगी, इसलिए पटवारी भर्ती परीक्षा हो या अन्य भर्ती परीक्षाओं की गड़बड़ी को उठाकर यह संदेश देने का प्रयास किया जा रहा है कि पार्टी युवाओं की भावनाओं को समझती है। यही कारण है कि सरकार में आने पर भर्ती परीक्षाओं की जांच कराने की घोषणा कर दी गई है। आरोप पत्र में भी भर्ती के नाम पर हुई गड़बड़ियों को आधार बनाकर शिवराज सरकार को घेरने का प्रयास किया गया है।
सीखो कमाओ की काट में योजना
शिवराज सरकार ने युवाओं को साधने के लिए मुख्यमंत्री सीखो कमाओ योजना लागू की है। इसमें बेरोजगार युवाओं को कंपनियों में कौशल विकास का प्रशिक्षण दिलाने की व्यवस्था की है। साथ ही प्रतिमाह आठ से दस हजार रुपये भी दिए जा रहे है। मुख्यमंत्री का स्पष्ट मानना है कि बेरोजगारी भत्ता देना कोई विकल्प नहीं है। हम उन्हें इतना सक्षम बनाना चाहते हैं कि वे स्वयं का काम धंधा कर सकें। इसके साथ ही विभिन्न योजनाओं के माध्यम से बैंकों से ऋण दिलाकर स्वरोजगार के लिए भी प्रेरित किया जा रहा है। कांग्रेस इन योजनाओं की काट निकालने में जुटी है। वचन पत्र समिति प्रोत्साहन योजना का खाका तैयार कर रही है।
ऐसा वादा कर सकती है कांग्रेस
सूत्रों के अनुसार इसमें पार्टी युवाओं को बेरोजगारी भत्ता देने के स्थान पर प्रोत्साहन के नाम पर कुछ राशि देने का वादा कर सकती है। यह शैक्षिणक योग्यता के अनुसार होगी और रोजगार मिलते ही राशि मिलना बंद हो जाएगी। अनुसूचित जाति-जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए स्वरोजगार की अलग-अलग योजनाओं के स्थान पर एक समग्र योजना लाने की भी तैयारी है। इनकी घोषणा चुनाव की आचार संहिता लागू होने के बाद होगी। पार्टी ने तय किया है कि युवाओं को रोजगार की गारंटी दी जाएगी और इसके लिए कार्ययोजना का खाका वचन पत्र में बताया जाएगा।