भोपाल(नवदुनिया प्रतिनिधि)। महाभारत धारावाहिक में मैंने भगवान श्रीकृष्ण का किरदार निभाया। श्रीमद भगवत गीता के उपदेश दिए, लेकिन आज निजी जीवन में दुखी हूं। आइएएस पत्नी स्मिता गाटे महाभारत के दुर्योधन की तरह मनमानी कर रही हैं। मुझे मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है। उनसे तलाक के लिए मुंबई कुटुंब न्यायालय में याचिका दायर है। सारे प्रमाण भी प्रस्तुत कर दिए हैं, इसके बाद भी वो मुझे जुड़वां बेटियों से मिलने नहीं दे रही हैं। बेटियों का नामांकन किस स्कूल में करा रही हैं, यह भी मुझे नहीं बताया जा रहा है। ये आरोप गुरुवार को महाभारत धारावाहिक में भगवान श्रीकृष्ण का किरदार निभाने वाले नीतीश भारद्वाज ने भोपाल के एक निजी होटल में मीडिया के सामने पत्नी स्मिता गाटे भारद्वाज पर लगाए। भारद्वाज झारखंड के जमशेदपुर क्षेत्र से लोकसभा सदस्य भी रह चुके हैं।
नीतीश भारद्वाज ने बताया कि बुधवार को भोपाल पुलिस आयुक्त हरिनारायणचारी मिश्र से शिकायत की थी। आयुक्त मिश्र ने स्मिता को फोन लगाया और अपना पक्ष रखने के लिए कार्यालय बुलाया, लेकिन उन्होंने कहा कि नीतीश ही घर आ जाएं। अब मैं अभिमन्यु तो नहीं हूं, जो उनके घर जाकर चक्रव्यूह में फंस जाऊं। मैंने मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव से भी मिलकर शिकायत की है। उनसे कहा है कि जरूरत पड़ी तो आपकी मदद लूंगा। इस पर मुख्यमंत्री ने भी भरोसा दिया है।
प्रेसवार्ता में नीतीश भारद्वाज ने पत्नी पर 11 वर्ष नौ महीने की जुड़वा बेटियों को मानसिक व भावनात्मक रूप से परेशान करने का आरोप लगाया है। नीतीश ने कहा कि वर्ष 1999 से 2007 तक मैं मप्र में रहा। मप्र राज्य पर्यटन विकास निगम का अध्यक्ष भी रहा। कई आइएएस के साथ काम किया, लेकिन स्मिता जैसी आइएएस नहीं देखी। मुझे लगता है कि स्मिता अपना मानसिक सतुंलन खो बैठी है। मुंबई कुंटुंब न्यायलय से उनकी मानसिक स्थिति की जांच कराने का लिखित में आग्रह भी किया है।
नीतीश ने कहा कि 23 जनवरी 2020 को स्मिता को तलाक की अर्जी मिली थी। उसके बाद से मेरा नंबर ब्लाक कर दिया। बेटियां पहले इंदौर के एक स्कूल में पढ़ रही थीं। वर्ष 2019 में उनसे स्कूल के वार्षिकोत्सव में मिला था। इसके बाद मुंबई न्यायलय में बेटियों से मिलने की गुहार लगाने पर दो जनवरी 2024 को न्यायलय में ही उनसे मिल पाया। तब एक बेटी ने कहा था कि पापा आप मुझे बहन से अलग करना चाहते हैं, इस पर मैंने कहा था कि ऐसा नहीं है। मैंने आप दोनों बहनों को अपनी कस्टडी में लेने के लिए न्यायलय से आग्रह किया है।
स्मिता ने दोनों बेटियों को मेरे खिलाफ भड़काया है। जब बेटियां सात वर्ष की थीं, तब उन्हें महाभारत धारावाहिक दिखाता था। स्मिता ने बेटियों को महाभारत नहीं दिखाया। बेटियों से मिलने के लिए 50 से अधिक बार मेल किए होंगे, लेकिन उन्होंने जवाब नहीं दिया। मेरा नंबर तक ब्लाक कर दिया। भारद्वाज ने बताया कि स्मिता से यह मेरी दूसरी शादी है और स्मिता की यह तीसरी शादी है।
नीतीश ने कहा कि एक पिता होने के नाते मेरा कर्तव्य है कि बेटियां कहां पढ़ रही हैं, यह मुझे पता हो। जुलाई 2023 में बेटियों को यहां के स्कूल से निकालकर ऊटी के एक स्कूल में प्रवेश दिला दिया। 26 जनवरी 2024 में स्कूल से जानकारी ली तो पता चला कि ऊटी के स्कूल से बेटियों को निकाल लिया है। इसके बाद आठ व नौ फरवरी को स्मिता को मेल कर पूछा कि बेटियां कहां हैं तो कोई जवाब नहीं दिया। मुझे अंधेरे में रखा। यदि बेटियों के साथ कोई अप्रिय घटना होती है तो उसका जिम्मेदार कौन होगा?
प्रेसवार्ता में नीतीश भारद्वाज के आरोपों पर आइएएस स्मिता गाटे भारद्वाज ने कहा कि मैं एक जिम्मेदार वरिष्ठ अधिकारी हूं। मप्र शासन से अनुमति लेने के बाद ही मैं इस मामले में कुछ कह सकूंगी।