
Madhya Pradesh Police: भोपाल (राज्य ब्यूरो)। भूमाफिया पर नकेल कसने के लिए पुलिस मुख्यालय ने बड़ा फैसला लिया गया है। अब हर शिकायत पर अलग केस दर्ज किया जाएगा। एक ही विवादित मामले में एक से अधिक शिकायतकर्ता होने पर सभी को अलग केस माना जाएगा। इससे पुलिस और भूमाफिया की मिलीभगत पर रोक लगेगी। ऐसा होने पर आरोपित भूमाफिया की जमानत आसान नहीं होगी।
कई मामलों में पुलिस और भूमाफिया का गठजोड़ सामने आया है। सूत्रों का कहना है कि किसी एक बहुमंजिला इमारत या प्लॉट की पहली शिकायत होने पर पुलिस केस दर्ज कर लेती थी। इसी विवाद में अन्य शिकायतें आने पर इसी केस नंबर पर अन्य शिकायतों को शामिल कर लिया जाता था।
इससे दस शिकायत होने पर भी एक ही केस चलता था। आरोपित मुख्य शिकायत के आधार पर जमानत ले लेता था तो अन्य मामलों में भी उसे राहत मिल जाती थी। कई बार पुलिस बाद में आई शिकायतों को गवाह के तौर पर इसमें शामिल कर देती थी। इससे कई शिकायतों के बावजूद एक केस के आधार पर राहत मिल जाती थी।
ऐसे की जाती है गड़बड़ी
पहली शिकायत के आधार पर दर्ज केस में अन्य शिकायतें शामिल करने से केस नंबर एक ही होता है। फरियादी अधिक होने के बावजूद एक शिकायतकर्ता मुख्य होता था। भूमाफिया इस शिकायतकर्ता से समझौता कर लेता था और केस को सुलझा लेना बता लिया जाता था। दरअसल, एक केस में अन्य शिकायतों को शामिल करने की व्यवस्था है, लेकिन इसके दुस्र्पयोग के चलते अब इस पर रोक लगाने को कहा है।
पुलिस मुख्यालय से इस आशय के आदेश जारी कर दिए गए हैं। इसमें स्पष्ट किया गया है कि अब हर केस को अलग माना जाए, भले ही उसमें कितने ही फरियादी हों। इससे भूमाफिया को एक मामले में की गई धोखाधड़ी की हर शिकायत पर अलग जमानत करानी होगी।
इनका कहना है
गड़बड़ी की शिकायतें मिलती रही हैं। अब हर केस को अलग मानकर प्रकरण दर्ज करने को कहा गया है। इससे भूमाफिया पर कड़ी कार्रवाई की जा सकेगी। साथ ही पीड़ितों को जल्द न्याय मिल सकेगा।
डॉ. राजेंद्र कुमार, विशेष पुलिस महानिदेशक, को-ऑपरेटिव फ्राड