Vyapam Ghotala भोपाल (नवदुनिया प्रतिनिधि)। मध्य प्रदेश के बहुचर्चित व्यापमं घोटाले के व्हिसल ब्लोअर डा. आनंद राय को गुरुवार को क्राइम ब्रांच की टीम ने दिल्ली की एक होटल से हिरासत में ले लिया है। शुक्रवार सुबह पुलिस उन्हें भोपाल लेकर आई। दोपहर में डॉ आनंद राय को क्राइम ब्रांच ने कोर्ट में पेश किया। कोर्ट परिसर में आनंद राय ने कहा कि हम डरने वाले लोग नहीं हैं। मुुख्यमंत्री कार्यालय के इशारे पर कार्रवाई हो रही है। दिल्ली में सुप्रीम कोर्ट में मामले को लगाने गया था, वहीं से पुलिस ने हिरासत में लिया। डाक्टर आनंद राय को एक दिन की पुलिस रिमांड मिली है। विशेष न्यायाधीश एट्रोसिटी, अनुसूचित जाति, जनजाति, जाति अत्याचार निवारण अधिनियम के जज कमल जोशी ने दिया रिमांड। शनिवार दोपहर तीन बजे पेश करेगी क्राइम ब्रांच।
गौरतलब है कि पिछले दिनों डा. राय के अलावा प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता केके मिश्रा के खिलाफ कूटरचित दस्तावेज तैयार करने, जालसाजी और एट्रोसिटी एक्ट समेत अन्य धाराओं में एफआइआर दर्ज की गई थी। इस मामले में क्राइम ब्रांच ने दोनों आरोपितों को नोटिस जारी किया था, लेकिन दोनों ही जवाब देने नहीं पहुंचे थे। इसके बाद पुलिस उनकी तलाश में जुट गई थी। उधर, स्वास्थ्य विभाग ने भी डॉ आनंद राय के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की है। इंदौर के हुकुमचंद चिकित्सालय में चिकित्सा अधिकारी के रूप में पदस्थ आनंद राय विगत 29 मार्च को स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के औचक निरीक्षण के दौरान ड्यूटी से नदारद मिले थे। इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग ने डा आनंद राय द्वारा इंटरनेट मीडिया पर शासन/प्रशासन के अधिकारियों के खिलाफ टिप्पणियाें को भी अमर्यादित आचरण माना है।
मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) में उप सचिव लक्ष्मण सिंह मरकाम की शिकायत पर केके मिश्रा एवं डा आनंद राय के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। बता दें कि आनंद राय ने मरकाम पर मप्र प्राथमिक शिक्षा पात्रता वर्ग-3 के प्रश्न पत्र लीक करने के गंभीर आरोप लगाते हुए सीबीआइ जांच की मांग की थी। आनंद राय की इस पोस्ट का प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं मीडिया प्रभारी केके मिश्रा ने भी समर्थन किया था। लक्ष्मण सिंह ने पुलिस को बताया कि उनके द्वारा इस प्रकार से किसी को मोबाइल से मैसेज, फोटो या स्क्रीन शाट नहीं भेजा गया है। शिकायतकर्ताओं द्वारा ऐसा करके यह दर्शाया जा रहा है कि जैसे मेरे द्वारा ही मप्र प्राथमिक शिक्षक पात्रता वर्ग-3 की परीक्षा के प्रश्नपत्रों को लीक किया गया है। अजाक थाने में दर्ज इस मामले की केस डायरी क्राइम ब्रांच को ट्रांसफर की गई थी।आनंद राय ने इस केस में राहत के लिए कोर्ट में याचिका दायर की थी। याचिका खारिज होने के बाद गुरुवार को क्राइम ब्रांच ने उनको दिल्ली के एक होटल से हिरासत में ले लिया था।
आनंद राय निलंबित
भोपाल। इंदौर के हुकुमचंद चिकित्सालय मेें पदस्थ स्नातकोत्तर चिकित्सा अधिकारी (पीजीएमओ)डा. आनंद राय को स्वास्थ्य आयुक्त ने निलंबित कर दिया है। इस अस्पताल का 29 नवंबर को स्वास्थ्य संचालनालय में डिप्टी डायरेक्टर मुकेश सिंह ने निरीक्षण किया था।निरीक्षण के दौरान उपस्थिति रजिस्टर में आनंद राय ने दस्तखत किया था, लेकिन वह अस्पताल में मौजूद नहीं थे। उपस्थिति रजिस्टर देखने से पता चला कि 15 फरवरी से 15 मार्च के बीच 18 दिन वह उन्होंने ड्यूटी की। छह कार्य दिवस के लिए किसी तरह के अवकाश के लिए आवेदन भी नहींं किया। 29 जनवरी को लघुकृत अवकाश के लिए उन्होंने सिविल सर्जन को आवदेन दिया था। इस संबंध में उन्हें मेडिकल बोर्ड में हाजिर होने के लिए बुलाया गया, पर वह नहीं आए। डा. राय ने 29 मार्च को ही फेसबुक पर एक पोस्ट डाली कि राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारी मुकेश सिंह को मुख्यमंत्री ने विशेष तौर पर उनकी पत्नी डा. गौरी राय के कर्तव्य स्थल रेडियो कालोनी इंदौर भेजा है। उन्होंने यह भी लिखा कि जिस गाड़ी से मुकेश सिंह आए हैं उसमें भारत सरकार लिखा है जबकि व आरटीओ में कमलेश चौकसे के नाम से पंजीकृत है।इसके अलावा उन्होंने 22 मार्च को फेसबुक पर शासन की एक योजना के लिए लिखा था कि जल्द ही इस योजना की हकीकत सामने आएगी। इन्हें सिविल सेवा नियम का उल्लंघन मानते हुए उन्हें निलंबित किया गया है। उनका मुख्यालय रीवा बनाया गया है।