भोपाल। नईदुनिया स्टेट ब्यूरो। Madhya Pradesh Bharatiya Janata Party मध्य प्रदेश के विभिन्ना जिलों में भाजपा जिलाध्यक्षों के चयन के लिए संपन्न रायशुमारी के बाद संभावित नामों के पैनल रविवार को भोपाल पहुंच गए। पांच जिलों में अभी चुनाव प्रक्रिया अटकी है, बाकी ज्यादातर जिलों में अब पैनल की स्क्रूटनी (नाम चयनित करने की प्रकिया) शुरू कर दी गई है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष राकेश सिंह ने कहा कि जिलाध्यक्षों की घोषणा में अभी एक-दो दिन का समय और लगेगा।
प्रदेश भाजपा कार्यालय में रविवार को दिनभर जिला चुनाव अधिकारी और पर्यवेक्षकों के आने का सिलसिला चलता रहा। जिलों में भेजे गए चुनाव अधिकारियों ने रायशुमारी के बाद जिन नामों का पैनल तैयार किया है, उन सभी के लिफाफे प्रदेश अध्यक्ष को सौंप दिए हैं। अब इन सभी नामों की स्क्रूटनी की प्रक्रिया चलेगी, उसके बाद ही जिलाध्यक्षों का एलान किया जाएगा। हर जिले से तीन-तीन नामों के पैनल बनाए गए हैं।
विवाद की स्थिति नहीं
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने रविवार को जिला चुनाव अधिकारियों और पर्यवेक्षकों के साथ विचार-विमर्श के बाद रायशुमारी का फीडबैक लिया। प्रदेश अध्यक्ष ने नईदुनिया को बताया कि सभी जिलों में रायशुमारी की प्रक्रिया संपन्न् हो चुकी है।
अपवादस्वरूप कतिपय जिले ऐसे हैं, जहां मंडल चुनाव की प्रक्रिया पूरी होनी है इसलिए वहां जिलाध्यक्ष चुनाव कुछ दिन बाद होंगे। जिलाध्यक्षों के चयन में उम्र के मापदंड का विशेष ख्याल रखा गया है। स्क्रूटनी की प्रक्रिया पूरी होते ही एक-दो दिन में नए जिलाध्यक्षों की घोषणा कर दी जाएगी। उन्होंने बताया कि किसी भी जिले में विवाद की स्थिति निर्मित नहीं हुई।
इन पांच जिलों में अटकी है प्रक्रिया
बताया जाता है कि सिवनी, होशंगाबाद, ग्वालियर, झाबुआ और शहडोल में रायशुमारी की प्रक्रिया अभी नहीं हो पाई है। इन पांचों जिलों में चुनाव की प्रक्रिया अभी अटकी है। झाबुआ में विधानसभा के उपचुनाव के कारण चुनाव की प्रक्रिया आगे बढ़ा दी गई है, बाकी अन्य जिलों में कुछ दिन बाद रायशुमारी प्रारंभ की जाएगी।
केंद्र को भेजेंगे रिपोर्ट
भाजपा संगठन के प्रदेश चुनाव प्रभारी हेमंत खंडेलवाल ने बताया कि नए जिलाध्यक्षों की नियुक्ति होने के बाद केंद्रीय संगठन को रिपोर्ट भेज दी जाएगी। प्रदेश अध्यक्ष चुनाव के लिए प्रदेश के आधे से अधिक जिलों में निर्वाचन होना जरूरी है। प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव की तिथि केंद्रीय भाजपा संगठन द्वारा दी जाएगी, साथ ही पर्यवेक्षक भी नियुक्त किए जाएंगे।