Madhya Pradesh Assembly: भोपाल। नईदुनिया स्टेट ब्यूरो। मध्य प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का चुनाव बजट सत्र में होना प्रस्तावित है। अध्यक्ष पद को लेकर चल रही खींचतान के बीच भाजपा ने इस बार अध्यक्ष का पद विंध्य क्षेत्र को देने का मन बनाया है। वहीं, उपाध्यक्ष पद के लिए भाजपा ने स्पष्ट कर दिया कि इस बार वह विपक्ष को यह पद नहीं देगी। गौरतलब है कि संसदीय परंपराओं के मुताबिक उपाध्यक्ष का पद विपक्ष को दिया जाता रहा है लेकिन 2018 के चुनाव के बाद कांग्रेस ने यह परंपरा तोड़ दी थी। उपाध्यक्ष के पद पर भाजपा बुंदेलखंड के अनुसूचित जाति के विधायक को बैठाने की तैयारी में है।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने सोमवार को कहा कि मप्र विधानसभा में अध्यक्ष-उपाध्यक्ष के चुनाव की परंपरा पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने तोड़ी थी। अब इसका खामियाजा तो कांग्रेस को भुगतना पड़ेगा। शर्मा ने स्पष्ट किया कि उपाध्यक्ष का पद कांग्रेस को नहीं दिया जाएगा।
नाराजगी से नहीं जुड़ा है रीवा में ध्वजारोहण
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मंगलवार को गणतंत्र दिवस के अवसर पर रीवा में ध्वजारोहण करेंगे। ध्वजारोहण के लिए रीवा के चयन को लेकर प्रदेश की सियासत गर्माई हुई है। चौहान ने इस मामले में कहा कि इसे मंत्रिमंडल की नाराजगी से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए। 26 जनवरी को मुख्यमंत्री राजधानी से बाहर ध्वजारोहण करते हैं, इस बार रीवा को चुना है।
तीन साल बाद होगी भाजपा के प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक
भाजपा के नवनियुक्त प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक तीन साल बाद होगी। 30 और 31 जनवरी को यह बैठक इंदौर में बुलाई गई है। गौरतलब है कि पूर्व प्रदेशाध्यक्ष नंद कुमार सिंह चौहान के कार्यकाल के बाद से प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक नहीं हुई थी।
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने बताया कि बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव विशेष रूप से उपस्थित रहेंगे। बैठक 30 जनवरी को सायंकाल प्रारंभ होगी और 31 जनवरी को समाप्त होगी। बैठक में पदाधिकारियों के कामकाज से लेकर संगठन को मजबूत करने की रणनीति पर चर्चा की जाएगी।