भोपाल (राज्य ब्यूरो)। भाजपा ने शनिवार को मध्य प्रदेश की 29 लोकसभा सीटों में से 24 पर प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है। नई दिल्ली से जारी सूची में भाजपा ने पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर फिर भरोसा जताते हुए लोकसभा चुनाव के लिए 20 वर्ष बाद पुन: विदिशा से टिकट दिया है। राज्यसभा सदस्य और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को उनकी परंपरागत सीट गुना-शिवपुरी से प्रत्याशी बनाया गया है।
VIDEO | Lok Sabha elections 2024: Here's what Madhya Pradesh Assembly Speaker Narendra Singh Tomar (@nstomar) said on BJP's first list of 195 candidates.
"The BJP has declared its 195 candidates and the party is moving towards a victory." #LSPolls2024WithPTI… pic.twitter.com/ZZKjxWm9CX
— Press Trust of India (@PTI_News) March 3, 2024
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा को फिर खजुराहो सीट से ही चुनाव लड़ाया जा रहा है। कमल नाथ के गढ़ छिंदवाड़ा के अलावा बालाघाट, धार, इंदौर और उज्जैन लोकसभा क्षेत्र से भाजपा ने प्रत्याशियों की घोषणा नहीं की है। पार्टी की पहली सूची में चार महिलाओं को मौका दिया गया है। 24 में 11 सीटों पर पार्टी ने नए चेहरे उतारे हैं। सामान्य वर्ग के सात, ओबीसी वर्ग के नौ प्रत्याशियों को टिकट दिया गया है। एसटी के लिए सुरक्षित पांच और एससी की तीन सीटों पर भी प्रत्याशी घोषित किए गए हैं।
ज्योतिरादित्य सिंधिया गुना-शिवपुरी सीट से वर्ष 2019 में कांग्रेस प्रत्याशी थे और भाजपा के केपी सिंह यादव से पराजित हो गए थे। केपी सिंह यादव का टिकट भाजपा ने काट दिया है। सिंधिया फिलहाल राज्यसभा सदस्य हैं और भाजपा के टिकट पर पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ेंगे। बता दें, ज्योतिरादित्य सिंधिया ने 22 विधायकों के साथ वर्ष 2020 में कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थामा था। तब मध्य प्रदेश में कांग्रेस की कमल नाथ सरकार गिर गई थी।
पिछले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह को भोपाल सीट पर हराने वाली साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर का टिकट काट दिया गया है। उनके स्थान पर भाजपा के पूर्व उपाध्यक्ष व भोपाल के महापौर रहे आलोक शर्मा को प्रत्याशी बनाया गया है। ग्वालियर से नए चेहरे भारत सिंह कुशवाहा और जबलपुर से आशीष दुबे को टिकट दिया गया है। बता दें, पिछले साल विधानसभा चुनाव में भाजपा ने सात सांसदों को टिकट दिया था। नरेंद्र सिंह तोमर, राकेश सिंह, प्रहलाद पटेल, रीती पाठक और उदयप्रताप सिंह चुनाव जीत गए थे। इनकी सीटों पर नए चेहरों को उतारा गया है। विधानसभा चुनाव हारने वाले केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते को फिर से मंडला और गणेश सिंह को सतना से टिकट दिया गया है।
भाजपा ने पौने सत्रह वर्ष तक मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे शिवराज सिंह चौहान पर भरोसा जताते हुए उन्हें विदिशा से टिकट दिया है। टिकट पाने वालों में शिवराज सिंह एकमात्र विधायक हैं। मुख्यमंत्री बनने से पहले शिवराज सिंह इसी सीट से सांसद थे और प्रदेश अध्यक्ष बनाए गए थे। माना जा रहा है कि शिवराज सिंह को भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व फिर मुख्यधारा में वापस ले आया है।
भाजपा ने जातिगत और क्षेत्रीय समीकरणों में सटीक बैठने वाले पांच ऐसे उम्मीदवारों को भी लोकसभा चुनाव के मैदान में उतारा है जो वर्ष 2023 में विधानसभा का चुनाव हार गए थे। इनमें दो सांसद गणेश सिंह और फग्गन सिंह कुलस्ते हैं। दमोह से प्रत्याशी घोषित किए राहुल सिंह लोधी खरगापुर विधानसभा सीट से हारे थे। वह पिछली बार भाजपा सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं।
आलोक शर्मा को पार्टी ने भोपाल सीट से मौका दिया है। वह भोपाल उत्तर विधानसभा सीट में कांग्रेस के आरिफ अकील से हारे थे। भारत सिंह कुशवाह को पार्टी ने ग्वालियर से प्रत्याशी बनाया है। वह पिछली राज्य सरकार में मंत्री थे लेकिन 2023 में विधानसभा चुनाव हार गए थे। मुरैना से नया चेहरा शिवमंगल सिंह तोमर वर्ष 2008 में विधायक थे। वर्ष 2013, 2018 का विधानसभा चुनाव हार गए थे।
नया चेहरा
वर्तमान सांसद