नवदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। शहर में लोगों को अब गुरुवार से घर बैठे रजिस्ट्री करवाने की सुविधा मिलना शुरू हो गई है। दरअसल 10 अक्टूबर से प्रदेश में लागू किए गए रजिस्ट्री के नये साफ्टवेयर संपदा 2.0 के तहत राजधानी में पहली बार गुरुवार को रजिस्ट्री की गई। जिले के आइएसबीटी, परी बाजार कार्यालय में करीब 65 रजिस्ट्री नये साफ्टवेयर से की गई हैं।
हालांकि इस व्यवस्था के शुरु होने के बाद भी गवाहों को कार्यालय तक आना पड़ा।इसकी वजह सेवा प्रदाताओं के पास आइरीज, थंब इंप्रेशन और वेब कैमरा नहीं होना हैं। रजिस्ट्री के पुराने साफ्टवेयर संपदा-1 पर भी काम जारी रखा जाना है। गुरुवार को पुरानी व्यवस्था के तहत भी 148 रजिस्ट्री दर्ज की गई हैं।
वरिष्ठ जिला पंजीयक स्वपनेश शर्मा ने बताया कि संपदा का नया साफ्टवेयर लांच कर दिया गया है, जिसके तहत भोपाल में गुरुवार से रजिस्ट्री शुरु कर दी गई हैं। पहले दिन करीब 65 रजिस्ट्री की गई है। नये साफ्टवेयर के साथ पुराने पर भी रजिस्ट्री का काम अभी जारी रहेगा। भोपाल में रजिस्ट्री करने के लिए 138 सेवा प्रदाता ने लाइसेंस ले रखे हैं, लेकिन सात के पास ही अब तक उपकरण हैं। जिसकी वजह से पुराने साफ्टवेयर पर ही रजिस्ट्री दर्ज करना पड़ रही है।
संपदा के नये साफ्टवेयर की वजह से सेवा प्रदाता का काम बढ़ गया है। उन्हें स्लाट बुक करने के लिए रजिस्ट्री के अधिक दस्तावेज अपलोड करना पड़ेंगे। क्रेता, विक्रेता और गवाहों का सही डाटा भी संपदा के साफ्टवेयर में अपलोड करने के बाद ही स्लाट बुक होगा।
संपदा 2.0 साफ्टवेयर का लाभ यह है कि इससे पंजीयन की व्यवस्था सुगम, सरल और भ्रष्टाचार बनेगी। लोग घर बैठे अपनी प्रापर्टी को बेच भी सकेंगे और रजिस्ट्री करा सकेंगे। इस प्रणाली से प्रदेश ही नहीं, बल्कि प्रदेश और देश के बाहर से भी आनलाइन रजिस्ट्रियां कराई जा सकेंगी।