Heavy Rain in Madhya Pradesh: भोपाल (नवदुनिया प्रतिनिधि)। मध्यप्रदेश के उत्तरी क्षेत्र के मध्य में कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। पिछले चार दिन से यह सिस्टम इसी स्थान पर स्थिर बना हुआ है। जिसके चलते ग्वालियर, चंबल संभाग के जिलों में कहीं-कहीं भारी बारिश हो रही है। मानसून ट्रफ भी कम दबाव के क्षेत्र से होकर बंगाल की खाड़ी तक बना हुआ है। इस वजह से लगातार मिल रही नमी के कारण यह सिस्टम शक्तिशाली बना हुआ है। इसके प्रभाव से मध्यप्रदेश के अधिकांश जिलों में भी रुक-रुककर वर्षा का सिलसिला बना हुआ है। उधर शुक्रवार को बाढ़ से घिरे गुना में 16 सेंटीमीटर बारिश हुई। इससे राहत कार्यों में लगे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।
मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक शनिवार तक विदिशा, रायसेन, राजगढ़, गुना, एवं अशोकनगर में भारी से अति भारी वर्षा का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इस दौरान कहीं-कहीं 64.5 से 204.4 मिलीमीटर तक बारिश हो सकती है। इसी तरह सीहोर, शाजापुर, आगर, नीमच, मंदसौर, शिवपुरी, दतिया, श्यौपुरकलां, सिवनी, सागर, टीकमगढ़ एवं निवाड़ी जिलों में भारी वर्षा का यलो अलर्ट जारी किया है। शनिवार तक इन जिलों में कहीं-कहीं 64.5 से 115.5 मिलीमीटर तक वर्षा हो सकती है। इसके अतिरिक्त सागर, रीवा, जबलपुर, शहडोल, भोपाल, होशंगाबाद, उज्जैन, ग्वालियर एवं चंबल संभागों के जिलों में गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है। उधर शुक्रवार सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक गुना में 160, शाजापुर में 17, रतलाम में 16, सागर में 15, ग्वालियर में 13.1, पचमढ़ी में 11.1, दमोह में नौ, इंदौर में सात, होशंगाबाद में छह, भोपाल में 5.5, उज्जैन में पांच, बैतूल में चार, छिंदवाड़ा में 0.4, धार में 0.3, जबलपुर में 0.1, मिलीमीटर बारिश हुई।