Crime News: भोपाल (नवदुनिया प्रतिनिधि)। राजधानी के अयोध्या नगर के राजीव नगर में रहने वाली 49 साल की छाया दोगने ने शुक्रवार शाम जहर खाकर जान दे दी। वह चार माह से बेहद ही तनाव से गुजर रही थी। इसके पहले बिलखिरिया में हुए एक सड़क हादसे में उनकी इकलोते बेटे की मौत हो गई। वह मानसिक तनाव में चली गई थी। शाम को जब उनकी तबीयत बिगड़ी तब उनको असपताल ले जाया गया। जहां उनकी इलाज के दौरान मौत हो गई। पुलिस ने मर्ग कायम कर पोस्टमार्टम के बाद शनिवार को शव उनके परिजनों के सुपुर्द कर दिया। अयोध्या नगर थाने के एसआइ अरविंद कुमार के अनुसार छाया दोगने गृहिण्ाी थी। उनके पति नारायण दोगने सतपुड़ा भवन में लोकनिर्माण विभाग से सेवानिवृत हैं। उनके इकलौता बेटा निश्चल दोगने का अप्रैल 2021 में बिलखिरिया इलाके में सड़क हादसे में मौत हो गई थी। बेटे की मौत के बाद से वह काफी तनाव में रहने लगी थी। ज्यादा किसी से बात नहीं करती थी। उनको बेटे की मौत का काफी सदमा लगा था, जिसको वह अपने दिमाग से निकाल नहीं पा रही थी, अधिकांश समय वह उसे याद कर रोती रहती थी। उनके परिजनों ने उनको काफी समझाने की कोशिश
की , लेकिन वह बच्चे को भूल नहीं पा रही थी। शुक्रवार शाम को उन्होंने घर में रखा जहरीला पदार्थ खा लिया। जब उनकी तबीयत बिगड़ी, तब उन्होंने परिजनों को इसके बारे में बताया। उनको आनंद नगर स्थित गायत्री अस्पताल ले
जाया गया। जहां देर रात उन्होंने दम तोड़ दिया।
बेटी एमबीबीएस डॉक्टर
बेटे की मौत के बाद उनकी बेटी मां छाया की काफी देखभाल करती थी, उनको अकेला नहीं छोड़ा करती थी। किसी को उम्मीद नहीं थी कि वह इतना बड़ा कदम उठा लेगी। इस घटना के राजीव नगर में रहने वाले अधिकांश परिवार को जब जानकारी लगी तो वह भी काफी दुखी हो गए। आसपास के लोग उनके घर पहुंच गए। हर तरफ एक ही बात की चर्चा थी कि भगवान दुश्मन को भी ऐसा दुख नहीं थे।