राज्य ब्यूरो, नईदुनिया, भोपाल : लोकसभा चुनाव की 16 मार्च को आचार संहिता लागू होने के बाद पहली बार मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव मंगलवार को सभी मंत्रियों के साथ मंत्रालय में बैठक करेंगे। इसमें उनका सबसे अधिक जोर संकल्प पत्र में किए वादों की स्थिति की समीक्षा को लेकर रहेगा। वह एक-एक मंत्री से संकल्प पत्र में उनके विभागों से संबंधित बड़े कामों पर बात करेंगे। चार जून से 16 जून तक जल संरचनाओं की सफाई के लिए सरकार द्वारा शुरू किए गए जल गंगा संवर्धन अभियान को लेकर भी वह बात करेंगे। सीएम ने शाम 4 बजे भी एक बैठक बुलाई है, जिसमें प्रदेश के सभी मंत्री, सांसद, विधायक, कलेक्टर, पुलिस कमिश्नर भी मौजूद रहेंगे। सभी इसमें वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जुड़ेंगे।
वह इस काम में शुरू से जन प्रतिनिधियों को सहभागी बनने के लिए कह रहे हैं। इसके अतिरिक्त उज्जैन में वर्ष 2028 में होने वाले सिंहस्थ की तैयारियां, एक जुलाई से शुरू होने जा रहे विधानसभा के वर्षाकालीन सत्र, बजट की तैयारियों को लेकर बात करेंगे।
आचार संहिता के चलते विभिन्न विभागों के प्रमुख काम रुके हुए थे, मंत्रियों के साथ बैठक के बाद अब इन कामों में तेजी आएगी। वह कलेक्टर-कमिश्नर, एसपी और आइजी के साथ वर्चुअल बैठक करेंगे। बैठक में जनप्रतिनिधि भी जुड़ेंगे।
जल गंगा संवर्धन अभियान की समीक्षा, हाल में हुई घटनाओं के संदर्भ में प्रदेश में कानून-व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा, योग दिवस की तैयारी, पर्यावरण संरक्षण, खनन जैसे विषयों पर बात करेंगे। इस बैठक में विधायक भी उपस्थित रहेंगे, जिससे क्षेत्र की जमीनी हकीकत भी बता सकें। कुल मिलाकर मुख्यमंत्री का पूरा जोर सुशासन पर रहेगा।
सिंहस्थ की तैयारियां, राजस्व और नगरीय विकास एवं आवास विभाग की समीक्षा
मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव उज्जैन में वर्ष 2028 में होने जा रहे सिंहस्थ की तैयारियों को लेकर भी बैठक करेंगे। इसमें संबंधित विभागों के मंत्री और अधिकारी उपस्थित रहेंगे। सिंहस्थ को लेकर चल रहे निर्माण कार्य, क्षिप्रा को निर्मल बनाने का अभियान, परिवहन व्यवस्था, महाकाल दर्शन की व्यवस्था को लेकर वह चर्चा करेंगे। साथ ही राजस्व और नगरीय विकास एवं आवास विभाग के कामकाज की वह समीक्षा भी करेंगे।