Cashless Treatment: मध्य प्रदेश के 12 लाख कर्मचारियों को कैशलेस उपचार देने के लिए 24 निजी अस्पतालों से अनुबंध
Cashless Treatment: मध्य प्रदेश के कर्मचारियों को कैशलेस उपचार देने के लिए एनएबीएच के तहत मान्यता प्राप्त अस्पतालों से किया अनुबंध।
By Hemant Kumar Upadhyay
Edited By: Hemant Kumar Upadhyay
Publish Date: Thu, 10 Aug 2023 08:59:06 PM (IST)
Updated Date: Thu, 10 Aug 2023 08:59:06 PM (IST)
HighLights
- मप्र सरकार के कर्मचारियों और स्वजन को मिलाकर 12 लाख नागरिकों को इसका लाभ मिलेगा।
- अनुबंध में गंभीर रोगों के उपचार की विशेषज्ञता वाले बड़े अस्पतालों को शामिल किया गया।
- अगस्त 2022 से कर्मचारियों के उपचार की नई नीति लागू होने के बाद कैशलेस उपचार की सुविधा।
Cashless Treatment: भोपाल (नवदुनिया प्रतिनिधि)। मध्य प्रदेश के पांच लाख कर्मचारियों और उनके आश्रितों को अब 24 बड़े निजी अस्पतालों में कैशलेस उपचार मिल सकेगा। स्वास्थ्य विभाग ने इन अस्पतालों के साथ अनुबंध किया है। ये वो अस्पताल हैं, जिनके पास नेशनल एक्रेडिटेशन बोर्ड फार हास्पिटल्स (एनएबीएच) का प्रमाण-पत्र है। राज्य सरकार के कर्मचारियों और स्वजन को मिलाकर 12 लाख नागरिकों को इसका लाभ मिलेगा।
विशेषज्ञता वाले बड़े अस्पताल अनुबंध में शामिल
इस अनुबंध में गंभीर रोगों के
उपचार की विशेषज्ञता वाले बड़े अस्पतालों को शामिल किया गया है। इससे कर्मचारियों एवं उनके स्वजन को अच्छी गुणवत्ता के साथ
कैशलेस उपचार मिलना सुनिश्चित हो सकेगा, लेकिन कर्मचारियों को निजी वार्ड में उपचार के लिए भर्ती होना
इलाज के पैकेज में शामिल नहीं माना जाएगा।
कर्मचारी को उठाना होगा वार्ड का खर्च
वार्ड का खर्च कर्मचारी को उठाना होगा। अगस्त 2022 से कर्मचारियों के उपचार की नई नीति लागू होने के बाद कैशलेस उपचार की सुविधा दी गई है। इसके लिए निजी अस्पतालों से अनुबंध के बारे में शर्तें तय करने के लिए समिति बनाई गई थी।
स्वास्थ्य आयुक्त डा. सुदाम खाड़े ने अनुबंध किया
समिति के सुझावों के आधार पर स्वास्थ्य आयुक्त डा. सुदाम खाड़े ने अनुबंध करते हुए उपचार के लिए दिशा-निर्देश जारी किए हैं। बीमा के तहत कर्मचारियों के लिए कैशलेस उपचार की सुविधा शुरू की गई है। कैंसर सर्जरी के लिए भी उन्हीं अस्पतालों से अनुबंध किया गया है, जहां कीमोथेरेपी और रेडियोथेरेपी की सुविधा उपलब्ध हो।
क्या है एनएबीएच
क्वालिटी काउंसिल आफ इंडिया से संबद्ध एनएबीएच देशभर के अस्पतालों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए मान्यता प्रदान करता है। हेल्थ इंडस्ट्री में गुणवत्ता के लिए उच्च मापदंड तैयार करने और आम लोगों को इसका फायदा पहुंचाना ही बोर्ड का उद्देश्य है। भारतीय गुणवत्ता परिषद (क्यूसीआइ) की तरफ से यह प्रमाण-पत्र दिया जाता है। क्यूसीआइ की टीम निरीक्षण कर यह देखती है कि अस्पताल में तय मापदंडों का पालन हो रहा है या नहीं। इसमें स्वच्छता, संक्रमण रोकथाम, कर्मचारियों का प्रशिक्षण, बायो मेडिकल वेस्ट का निपटान आदि शामिल है।
इन अस्पतालों से होगा अनुबंध
बंसल अस्पताल शाहपुरा भोपाल, मिरेकल्स हास्पिटल भोपाल, गट जीआइ एंड लिवर अस्पताल भोपाल, एलएन मेडिकल कालेज एवं जेके अस्पताल भोपाल, हजेला अस्पताल भोपाल, सिल्वर लाइन अस्पताल एंड रिसर्च सेंटर भोपाल, गुर्जर श्री हास्पिटल सनावद खरगोन, एवीआइ केयर एंड लेसिक लेजर सेंटर भोपाल, गायत्री मल्टीस्पेश्लिटी हास्पिटल भोपाल, विवांता क्रिटिकल केयर छिंदवाड़ा, विजन केयर एंड रिसर्च सेंटर भोपाल, चिरायु हेल्थ एंड मेडिकेयर प्रालि भोपाल, जवाहरलाल नेहरू कैंसर हास्पिटल एंड रिसर्च सेंटर भोपाल, नवोदय कैंसर हास्पिटल भोपाल, सेवा सदन अस्पताल बैरागढ़, आरए स्टोन एंड सर्जिकल केयर हास्पिटल भोपाल, जानकी हास्पिटल भोपाल, स्मार्ट सिटी हास्पिटल भोपाल, राम टेक अस्पताल गुना, गेस्ट्रो केयर लीवर एंड डायग्नोस्टिक डिजीज सेंटर भोपाल, रोशन हास्पिटल भोपाल, रेनबो चिल्ड्रन हास्पिटल भोपाल, सिद्धांता भोपाल और अरविंदो इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंस इंदौर इसमें शामिल हैं।