Bhopal News: न्यू मार्केट के फुटपाथ पर लग रही दुकानें, लोगों का पैदल चलना भी मुश्किल
नगर निगम अधिकारियों की साठगांठ से बाजार में बढ़ गया अतिक्रमण।
By Ravindra Soni
Edited By: Ravindra Soni
Publish Date: Tue, 08 Mar 2022 03:59:52 PM (IST)
Updated Date: Tue, 08 Mar 2022 03:59:52 PM (IST)
भोपाल, नवदुनिया प्रतिनिधि। न्यूमार्केट के फुटपाथ में लग रही दुकानों ने लोगों का चलना मुश्किल कर दिया है। सड़क के दोनों तरफ लोग अतिक्रमण कर अवैध रूप से व्यवसाय कर रहे हैं। इसकी वजह से खरीदारी करने आए लोगों को चलने की जगह ही नहीं बची है। उनके लिए पैदल चलना भी दूभर हो गया है। लेकिन अतिक्रमणकारियों पर नगर निगम द्वारा कोई कार्रवाई ना होने से दुकानदारों के हौसले बुलंद हैं। सालों से ये दुकानें ऐसे ही फुटपाथ में चल रहीं हैं1 पर अब तक निगम ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं करता है। हालांकि फुटपाथ में दुकान लगाने वालों का कहना है कि नगर निगम फुटपाथ की जगह का उनसे प्रतिदिन 20 रूपये वसूल करता है, जिसकी पर्ची दुकानदारों को दी जाती है।
न्यूमार्केट के अंदर दुकानदारों के द्वारा किया गया अतिक्रमण खरीदारी करने आए लोगों के लिए परेशानी खड़ी कर रहा है। बाजार के अन्दर 15 फीट चौड़ी सड़क अतिक्रमण की मार की शिकार हो गई है। इसके कारण लोगों को चलने के लिए 5 फीट की जगह भी नहीं बची है। दुकानदारों ने दुकान से 5 से 7 फीट बाहर तक सामान लगा रखा है। त्यौहार के कारण बड़ी संख्या में लोग न्यू मार्केट खरीदारी करने के लिए पहुंच रहे हैं, जिसके कारण भीड़ का दबाव बढ़ जाता है। लेकिन अतिक्रमण के कारण बाजार में लोगों के चलने की जगह नहीं बचती है।
सर्विस रोड को बनाया गोडाउन
मार्केट में दुकानदारों ने अतिक्रमण कर लोगों का रास्ता बंद कर दिया है। दुकान का सामान बाहर सर्विस रोड में बिखरा होने से बाजार के अंदर लोगों का चलना मुश्किल हो गया है। पार्किंग की विकट समस्या है। न्यूमार्केट में तय सीमा से अधिक वाहन पार्क किये जा रहे हैं। हालांकि इसके पास ही करीब 40 करोड़ खर्च कर मल्टी लेवल पार्किंग बनाई गई है। लेकिन खरीदारी करने आने वाले लोग दुकानों के आसपास ही पार्किंग करते हैं। जिससे ट्रैफिक जाम की नौबत दिनभर बनती है।
समय-समय पर अतिक्रमणकारियों के खिलाफ कार्रवाई होती है। ये दुकानदार कई सालों से फुटपाथ पर व्यापार कर रहे हैं। कार्रवाई के बाद भी वहीं पहुंच जाते हैं। इनके स्थायी ठिकानों के लिए भी नगर निगम प्रयास कर रहा है, जिससे यहां का अतिक्रमण समाप्त हो सके। - प्रेमशंकर शुक्ला, पीआरओ, भोपाल नगर निगम