Bhopal News: बैरागढ़ में महिला एवं बाल अपराध रोकने पुलिस ने चलाया विशेष अभियान, प्रदर्शनी लगाई
सिंधी मेला समिति द्वारा सुंदरवन नर्सरी में आयोजित सांस्कृतिक गरबा महोत्सव स्थल पर ही पुलिस ने प्रदर्शनी लगाई है! चेतना अभियान के तहत पुलिस सभी को जागरूक कर रही है। प्रदर्शनी में पोस्टर लगाकर साइबर क्राइम से बचने की भी जानकारी दी जा रही है।
By Ravindra Soni
Edited By: Ravindra Soni
Publish Date: Sun, 02 Oct 2022 11:12:05 AM (IST)
Updated Date: Sun, 02 Oct 2022 11:12:05 AM (IST)
भोपाल, नवदुनिया प्रतिनिधि। राजधानी के उपनगर बैरागढ़ में महिला एवं बाल अपराध रोकने तथा साइबर क्राइम से कैसे बचें, लोगो को इसके बारे में जागरूक करने के लिए उद्देश्य से विशेष अभियान शुरू किया गया है। सिंधी मेला समिति द्वारा सुंदरवन नर्सरी में आयोजित सांस्कृतिक गरबा महोत्सव स्थल पर ही पुलिस ने प्रदर्शनी लगाई है इसमें सभी को जागरूक किया जा रहा है।
महिला सुरक्षा शाखा में तैनात सब इंस्पेक्टर सुनीति सिंह ने बताया कि डीसीपी हेडक्वार्टर विनीत कपूर के मार्गदर्शन में लोगों को जागरूक करने का अभियान शुरू किया गया है। हाल ही में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने चेतना अभियान शुरू किया था। इसी अभियान के तहत पुलिस सभी को जागरूक कर रही है। प्रदर्शनी में पोस्टर लगाकर साइबर क्राइम से बचने की जानकारी दी जा रही है। साथ ही मानव दुर्व्यापार क्या है, इसके बारे में भी बताया जा रहा है। प्रदर्शनी स्थल पर बड़ी संख्या में गरबा प्रतिभागी पहुंचे। पुलिस ने उन्हें नशे के दुष्प्रभाव के बारे में बताया और अपराधों की रोकथाम को लेकर पूरी जानकारी दी। मेला समिति के मीडिया प्रभारी हरीश मेघानी ने भी गरबा प्रतिभागियों से प्रदर्शनी स्थल पर पहुंचकर जागरूक रहने की अपील की। सब इंस्पेक्टर सुनीति सिंह ने मंच से ही प्रस्तुति देकर सभी को जागरुक रहने का आह्वान किया।
मानव दुर्व्यापार के खिलाफ आवाज उठाएं
मेला स्तर पर लगाई गई प्रदर्शनी के माध्यम से बच्चों को मानव दुर्व्यापार के खिलाफ आवाज उठाने की अपील की गई तथा बताया गया कि मानव दुर्व्यापार क्या है। सुनीति के अनुसार बच्चों से भीख मंगवाना, अश्लील सामग्री तैयार करवाना, जबर्दस्ती काम करवाना, महिलाओं, बच्चों को गुमराह कर उनसे बंधुआ मजदूरी करवाना, महिलाओं, बालिकाओं को खरीद-फरोख्त से जबरन शादी कराना, नौकरी तथा रोजगार का लालच देकर अपने चंगुल में फंसाना आदि को मानव दुर्व्यापार माना गया है। यह दंडनीय अपराध है।