Bhopal News: स्थानांतरण व सेवा समाप्ति के बाद भी बीयू के बंगले नहीं छोड़ रहे अधिकारी
कुलपति ने चार अधिकारियों को जारी किए नोटिस! सालों से बकाया बिजली व पानी का बिल और आवास का किराया जमा कर तीन दिन के अंदर आवंटित आवास खाली कर चाबी व सूचना विवि के यांत्रिकी विभाग में सौंपने के निर्देश दिए हैं।
By Ravindra Soni
Edited By: Ravindra Soni
Publish Date: Wed, 23 Nov 2022 11:47:41 AM (IST)
Updated Date: Wed, 23 Nov 2022 11:47:41 AM (IST)
भोपाल (नवदुनिया प्रतिनिधि)। स्थानांतरण व सेवा समाप्ति के बावजूद कुछ अधिकारी हरियाली से भरे बरकतउल्ला विश्वविद्यालय (बीयू) के साफ-सुथरे परिसर में रहने का मोह नहीं छोड़ पा रहे हैं। इनमें चार प्रमुख अधिकारी हैं, जिनमें से दो की सेवाएं छह वर्ष पहले ही समाप्त कर दी गई हैं। दो अधिकारियों का दूसरे विश्वविद्यालयों में तबादला किया गया है तब भी ये बीयू के बंगले खाली नहीं कर रहे हैं। बड़ी बात यह है कि इनमें कुलसचि व उपकुलसचिव स्तर के अधिकारी हैं। ऐसे में बीयू में आने वाले अधिकारियों को रहने के लिए बंगला नहीं मिल पा रहा है। अब नवनियुक्त कुलपति एसके जैन ने इन अधिकारियों को नोटिस जारी किया है। नोटिस में उन्होंने सालों से बकाया बिजली व पानी का बिल और आवास का किराया जमा कर तीन दिन के अंदर आवंटित आवास खाली कर चाबी व सूचना विवि के यांत्रिकी विभाग में सौंपने के निर्देश दिए हैं।
दूसरी जगह चले गए, लेकिन निवास नहीं बदला
बीयू में उप कुलसचिव के पद पर पदस्थ रहें यशवंत पटेल को करीब तीन साल पहले अटल बिहारी वाजपेयी हिंदी विश्वविद्यालय का कुलसचिव बनाया गया है, लेकिन उन्होंने अपना ठिकाना नहीं बदला और विवि का बंगला खाली नहीं किया है।वहीं उप कुलसचिव रहीं सरिता चौहान निजी विश्वविद्यालय विनियामक आयोग में प्रबंधक के पद पर ज्वाइन कर चुकी हैं। वे भी विश्वविद्यालय में आवंटित बंगला में रह रही हैं। उनका कहना है कि स्थानीय स्तर पर दूसरी जगह गए हैं तो उन्हें अधिकार है कि वे किराया देकर रह सकें।
सेवा समाप्त होने के बाद भी कब्जा, खाली करने के आदेश
बीयू के दो अधिकारी की सेवाएं उच्च शिक्षा विभाग ने सेवाएं समाप्त कर दी थी, लेकिन फिर भी ये बंगला पर कब्जा जमाए हैं। इसमें पूर्व कुलसचिव रहें राकेश चौहान को विवि परिसर के अंदर टीएफ-7 आवास आवंटित किया गया है, लेकिन उच्च शिक्षा विभाग ने उनकी सेवाएं समाप्त कर दी थी। इसके खिलाफ ये अधिकारी हाईकोर्ट चले गए हैं । वे विश्वविद्यालय परिसर में रह रहे हैं। वहीं बीयू में असिस्टेंट डायरेक्टर रहें अरविंद कुमार को विश्वविद्यालय परिसर में एफ-5 बंगला आवंटित किया गया था, लेकिन इनकी की नियुक्ति को उच्च शिक्षा विभाग ने पद की स्वीकृति के अभाव में अवैध करार दिया था। इनका मामला भी कोर्ट में चल रहा है, लेकिन इन्होंने भी बंगला खाली नहीं कया। प्रबंधन ने नोटिस में लिखा है कि बिजली व पानी बिल के साथ-साथ किराया जमा कर बंगला खाली करें।
लाखों रुपये का किराया बकाया
विश्वविद्यालय प्रबंधन का कहना है कि ये चारों अधिकारी कई साल से परिसर में आवंटित आवास में रह रहे हैं, लेकिन ना तो किराया और ना ही बिजली और पानी का बिल जमा किया। अब इनसे विश्वविद्यालय बकाया राशि वसूलने की तैयारी में है।
चारों अधिकारी विश्वविद्यालय में सेवा नहीं दे रहे हैं, लेकिन आवंटित आवास को नहीं छोड़ रहे हैं। इस कारण नए अधिकारियों को रहने के लिए आवास नहीं मिल पा रहा है। इन अधिकारियों को नोटिस जारी कर किया गया है। उन्हें बिजली व पानी का बकाया बिल के साथ-साथ आवास का किराया जमा करने के निर्देश दिए गए हैं।
- डा. एसके जैन, कुलपति, बीयू