Bhopal News: नित नए फैशन के दौर में ईको फ्रेंडली पोशाकों की बढ़ी मांग, डिजाइनर कर रहे तैयारी
Bhopal Fashion News: पालिस्टर और नायलान जैसे फेब्रिक इस्तेमाल के बाद फेंके जाने पर पूरी तरह से डीकंपोज नहीं हो पाते। खादी, काटन और सिल्क से तैयार किए जा रहे एथनिक और फैशनेबल आउटफिट्स।
By Ravindra Soni
Edited By: Ravindra Soni
Publish Date: Sun, 04 Feb 2024 11:46:25 AM (IST)
Updated Date: Sun, 04 Feb 2024 11:46:25 AM (IST)
प्रतीकात्मक चित्रHighLights
- फैशन डिजाइनरों का मानना है कि आज के दौर में सस्टेनेबल फैशन पर बात और काम, दोनों करना बेहद जरूरी है।
- सस्टेनेबल फैशन को लेकर डिजाइनर प्रवीण श्रीवास्तव ने शादियों के लिए एक कलेक्शन तैयार किया है।
- फैशन डिजाइनर सपना परमार लंबे समय से सस्टेनेबल फैशन को लेकर काम कर रही हैं।
नवदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। इन दिनों से फैशन की दुनिया में बहुत तेजी से बदलाव हो रहा है। हर दिन नई-नई डिजाइनों के परिधान बाजार में आ रहे हैं। इस फास्ट फैशन में कपड़े तेजी से बनाए और उपयोग किए जाते हैं, इन्हें बनाने के लिए सस्ती चीजों का इस्तेमाल होता और इनका ट्रेंड भी बहुत कम समय के लिए रहता है। इस तेजी के फैशन से पर्यावरण पर सबसे ज्यादा कुप्रभाव पड़ता है। क्योंकि पालिस्टर और नायलान जैसे फेब्रिक पूरी तरह से डीकंपोज नहीं हो पाते। इसी को ध्यान में रखते हुए अब शहर के डिजाइनर सस्टेनेबल फैशन को प्रमोट करते हुए ईको-फ्रेंडली ड्रेसेस तैयार कर रहे हैं। जिससे पर्यावरण भी प्रभावित न पाए और फैशन का रंग भी जमा रहे।
तीन से चार बार पहनने के बाद फेंक देते हैं कपड़े
फैशन डिजाइनर सोनल वंजारे के अनुसार एक कपड़े को बनाने में रंग से लेकर धागे तक काम में आते हैं। इन सभी चीजों के बावजूद भी कई ड्रेस काफी सस्ते दामों में मिल जाती है। ये कपड़े आपको नया लुक तो दे सकते हैं, लेकिन जब आप इन्हें 3-4 बार पहनने का बाद फेंक देते हैं तो यह जमीन में कंपोस्ट नहीं हो पाते, यह जमीन में कचड़े का रूप लेते हैं। इसके कारण केवल पाल्यूशन ही होता है। इस स्थिति में सस्टेनेबल फैशन पर बात और काम, दोनों करना बेहद जरूरी है।
सस्टेनेबल महेश्वरी साड़ी को डिजाइन कर रही
फैशन डिजाइनर सपना परमार लंबे समय से सस्टेनेबल फैशन को लेकर राष्ट्रीय स्तर पर काम कर रही हैं। सपना फिलहाल जून में होने वाले कुटयोर फैशन वीक की तैयारियों में जुटी हैं और उसके लिए सस्टेनेबल फैशन के कान्सेप्ट पर एथनिक इंडो-वेस्टर्न रिवाइवल चोली और सस्टनेबल महेश्वरी साड़ी को डिजाइन कर रही हैं। उन्होंने बताया कि खादी को रिवाइव करना जरूरी है। सस्टेनेबल फैशन को लेकर गांधीजी की 150वीं जयंती समारोह में 'अभिकल्पन ट्रांफार्मिंग खादी' फैशन शो के लिए फैशन एक्सपर्टीज दी थी।
शादियों के लिए कलेक्शन तैयार किया
सस्टेनेबल फैशन को लेकर डिजाइनर प्रवीण श्रीवास्तव ने शादियों के लिए एक कलेक्शन तैयार किया है। उन्होंने बताया एनवायरमेंट अवेयरनेस को लेकर अब क्लाइंट ईकोफ्रेंडली ड्रेसेस की डिमांड कर रहे हैं। पुरुष फैशन के लिए हम सिल्क से शेरवानी, लहंगा और गाउन्स बना रहे हैं। फरवरी के अंत में एक फैशन शो के लिए भी तैयारी कर रहा हूं। सस्टेनेबल फैशन में खादी, काटन और सिल्क जैसे फेब्रिक से ड्रेस तैयार की जाती है, जिनका पर्यावरण पर नकारात्मक प्रभाव कम पड़ता है। साथ ही कार्बन-न्यूट्रल फैशन इंडस्ट्री बनाना है। सस्टेनेबल फैशन में कपड़ों की क्वालिटी पर ध्यान दिया जाता है, न कि उनकी क्वांटिटी पर। जब कपड़ों की क्वालिटी बेहतर हो जाएगी, तब आप इनका इस्तेमाल लंबे समय तक कर पाएंगे।