Bhopal News : भोपाल(नवदुनिया प्रतिनिधि)। बरकतउल्ला विश्वविद्यालय(बीयू)को 2019 में शासन की ओर से 11 करोड़ रुपये मंजूर किए गए, लेकिन फिर भी विश्वविद्यालय के छह विभाग सेंटर फार एक्सीलेंस नहीं बन पाए। ऐसे में बीयू में कुछ भी बदलाव नहीं हो पाया है।विद्यार्थियों के लिए विशेषज्ञों के लेक्चर भी नहीं हुए, ऐसे में नैक ग्रेडिंग में कैसे होंगे शामिल। इन छह उत्कृष्ट विभागों में कामर्स विभाग, मनोविज्ञान विभाग, भौतिकी, पृथ्वी विज्ञान विभाग व समाजशास्त्र विभाग को उत्कृष्ट बनाने के लिए फंड तो मिला, लेकिन कुछ भी संसाधन तक नहीं जुटा पाएं।
बीयू के इन सभी छह विभागों में ई-रिसोर्स, इंफ्रास्ट्रक्चरल विकास,ई-लायब्रेरी,एडवांस इंस्ट्रूमेंट्स सहित अन्य सुविधाओं के लिए बजट स्वीकृत किए गए। इनमें कामर्स विभाग के लिए 50 लाख, मनोविज्ञान विभाग के लिए 90 लाख, समाजशास्त्र विभाग के लिए 45 लाख, भाषा विभाग के लिए 50 लाख, पृथ्वी विज्ञान विभाग के लिए 15 लाख, भौतिकी विभाग के लिए चार करोड़ 20 लाख रुपये दिए गए।
इन विभागों को सेंटर आफ एक्सीलेंस बनाने से विद्यार्थियों को कई उच्च कोटी की सुविधाएं मिलेंगी। विषय विशेषज्ञों के लेक्चर से ज्ञान में वृद्धि होगी। पीएचडी विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शोध में मदद मिलेगी।यूजी व पीजी के विद्यार्थियों को हाइटेक प्रयोगशाला में प्रयोग करने का मौका मिलेगा। उन्हें शोध के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा।ई-लायब्रेरी में सभी पाठ्यक्रम और अन्य प्रकाशकों की किताबें डिजिटल फार्म में उपलब्ध होगी।
वर्जन
-पूर्ण कुलपति के कार्यकाल में राशि स्वीकृत हुई।वे कार्य नहीं करा पाए तो वे अक्षम साबित हुए। इस प्रोजेक्ट के लिए समय सीमा बढ़ाने के लिए पत्र लिखा है।
एसके जैन, कुलपति, बीयू